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ग्रहों के सेनापति मंगल का उच्च राशि मकर में गोचर, इन राशियों के लिए बेहद शुभ!

 साल 2024 में मंगल का पहला गोचर मकर राशि जो की मकर मंगल की उच्च राशि है उसमें होने जा रहा है। मंगल का यह अहम गोचर 5 फरवरी को हो जाएगा। वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को ऊर्जा, शक्ति, साहस, पराक्रम, भूमि और शौर्य का कारक ग्रह माना गया है। 

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ऐसे में जब मंगल अपनी उच्च राशि में प्रवेश करेंगे तो स्वाभाविक तौर पर यह सभी राशियों को प्रभावित अवश्य करेगा। आपकी राशि पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा यह जानने के लिए हमारा यह खास ब्लॉग अंत तक अवश्य पढ़ें। इसके अलावा हम यहां पर आपको इस बात की भी जानकारी दे रहे हैं कि मंगल अगर आपकी कुंडली में पीड़ित अवस्था में है या कमजोर अवस्था में है तो आपको क्या कुछ उपाय करने चाहिए। 

तो चलिए इन सभी बातों की जानकारी जानते हैं और सबसे पहले बात कर लेते हैं मंगल के मकर राशि में गोचर के समय की।


मंगल का मकर राशि में गोचर: समय 

सबसे पहले बात करें मंगल के मकर राशि में गोचर के समय की तो, यह गोचर 5 फरवरी 2024 को रात में 9:07 पर होने जा रहा है। वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को बेहद ही उच्च और महत्वपूर्ण ग्रह का दर्जा दिया गया है। यह साहस और पराक्रम का कारक ग्रह माना गया है और 2024 की शुरुआत में ही मंगल का यह अहम गोचर निश्चित तौर पर सभी राशियों के जीवन में बड़े बदलाव लेकर आने वाला है।

विशेष जानकारी: इससे पहले 1 फरवरी को बुध का मकर राशि में गोचर हुआ था और 5 तारीख को अब मंगल का मकर राशि में गोचर होने जा रहा है। अर्थात मकर राशि में मंगल और बुध की युति होने वाली है। 

मंगल-बुध युति का प्रभाव 

ज्योतिष के अनुसार समझ लेते हैं इन दोनों ही महत्वपूर्ण ग्रहों की युति का आपके जीवन पर क्या कुछ प्रभाव पड़ सकता है। मंगल बुध की युति जहां एक तरफ मंगल की क्रियाशीलता, आक्रामकता और दृढ़ संघ संकल्प को दर्शाती है तो वहीं दूसरी तरफ बुध की बुद्धि, तार्किक सोच, अच्छे संचार को भी दर्शाती है। ऐसे में जब मंगल और बुध की युति होती है तो व्यक्ति कार्य उन्मुख तरीके से बात करने के साथ-साथ दूसरों को अपने लिए काम करने के लिए मजबूर करने की क्षमता और शानदार संचार शक्ति में वृद्धि प्राप्त करते हैं। 

मंगल और बुध की युति बुद्धिमानी से बातचीत करने की क्षमता के साथ-साथ प्रकृति पर विजय पाने का एक अद्भुत मिश्रण माना गया है। इसके अलावा जब मंगल बुध की युति होती है तो व्यक्ति अपने काम के द्वारा नए विचारों को क्रियान्वित करने की शक्ति प्राप्त करते हैं। ऐसी स्थिति में जातक अपने विचार और योजनाओं को दूसरों को समझने में कामयाब होते हैं। मंगल व्यक्ति को बुद्धि को शक्ति देता है और ऐसे में सभी संबंधित मुद्दों का तर्क आपकी कुंडली में इस महत्वपूर्ण युति की स्थिति पर आधारित होता है। 

मंगल बुध की युति जातकों को बातचीत में रक्षात्मक भी बन सकती है और वह आवेग में आकर कोई प्रतिक्रिया दे सकते हैं और बिना सोचे समझे काम करने में संकोच भी नहीं करते हैं। मंगल बुध की युति व्यक्ति को सक्रिय बनाती है क्योंकि आपके दिमाग को निरंतर उत्तेजना की जरूरत होती है।

हालांकि यहां यह समझना बेहद आवश्यक है कि, कुंडली में मंगल बुध की स्थिति के अनुरूप मंगल बुध युति के सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही तरह के प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर देखने को मिल सकते हैं। 


बात करें मंगल बुध युति के सकारात्मक प्रभाव की तो, इससे व्यक्ति को सॉफ्टवेयर इंजीनियर, आईटी, इलेक्ट्रॉनिक संचार, इंजीनियर बनने के मौके प्राप्त हो सकते हैं। इन दोनों ग्रहों की सकारात्मक युति जातक को समृद्धि के लिए व्यक्तिगत व्यावसायिक मोर्चे पर बुद्धिमत्ता और अपनी वाणी का सही प्रयोग करने के लिए प्रेरित कर सकती है। 

वहीं बात करें नकारात्मक मंगल बुध युति के प्रभाव की तो, ऐसे में जातक अपनी वाणी में ज्यादा आक्रामक हो सकते हैं। ऐसे में व्यक्ति के व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों ही मोर्चों पर चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं।

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कमजोर मंगल के लक्षण और उपाय 

कुंडली में सभी ग्रहों का शुभ स्थिति या मजबूत स्थिति में होना बेहद अनिवार्य होता है। बात करें मंगल ग्रह की तो वैदिक ज्योतिष में इस ग्रह को शौर्य और पराक्रम से जोड़कर देखा जाता है। हालांकि वहीं इसके विपरीत अगर मंगल ग्रह किसी व्यक्ति की कुंडली में अशुभ स्थिति या कमजोर अवस्था में मौजूद होता है तो जातकों के जीवन में तमाम तरह की परेशानी आने लगती हैं, विशेष तौर पर विवाह के संदर्भ में। इसके अलावा कमजोर होने पर मंगल तमाम तरह के लक्षण भी व्यक्ति को देता है जैसे कि, 

  • अगर किसी व्यक्ति का मंगल ग्रह कमजोर होता है तो उन्हें बेहद जल्दी और बहुत ज्यादा गुस्सा आता है। 
  • ऐसे व्यक्तियों का स्वास्थ्य उन्हें अक्सर परेशान करता है। 
  • कमजोर मंगल आंखों की परेशानी, पथरी की समस्या, हाई ब्लड प्रेशर, जैसी दिक्कतें व्यक्ति के जीवन में लेकर आता है। 
  • मंगल कमजोर हो तो व्यक्ति ज्यादा मांस मंदिर का सेवन करने लगता है। 
  • यह अपनों के साथ ही छल कपट करने लगते हैं और ऐसे व्यक्ति घमंडी भी हो जाते हैं। 

जब कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर अवस्था में होता है तो ज्योतिष के जानकार जल्द से जल्द इसके निवारण या इसे मजबूत बनाने के उपाय करने की सलाह देते हैं। क्या कुछ हैं ये उपाय आगे जान लेते हैं।

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मंगल को मजबूत बनाएंगे यह ज्योतिषीय उपाय 

  • अगर आपकी कुंडली में भी मंगल ग्रह कमजोर अवस्था में है तो ऐसी स्थिति में आपको मंगलवार के दिन स्नान करने के बाद लाल रंग के कपड़े धारण करने की सलाह दी जाती है। 
  • इसके बाद आप मंगल से संबंधित मंत्र ‘ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:’. का 3, 5 या फिर 7 माला जप करें। 
  • मंगलवार के दिन आप व्रत भी प्रारंभ कर सकते हैं। इससे भी मंगल ग्रह मजबूत बनेगा। 
  • मंगलवार के दिन चमेली का तेल मिलाकर सिंदूर बजरंगबली को अर्पित करें। 
  • अगर कुंडली में कमजोर मंगल मौजूद है तो इसके लिए आप मंगलवार के दिन किसी हनुमान मंदिर में जाकर भगवान बजरंगबली को चोला चढ़ाएं। 
  • मंगल कमजोर होने पर मूंगा रत्न धारण करने की भी सलाह दी जाती है। हालांकि कोई भी रत्न हमेशा विद्वान ज्योतिषों से परामर्श के बाद ही धारण करें। 
  • मंगल कमजोर है तो इसके लिए आप लाल रंग के वस्त्र, तांबा, गुड और गेहूं जैसी वस्तुओं का दान करें इससे आपको शुभ परिणाम मिलेंगे। 

अब अंत में आगे बढ़ लेते हैं और जान लेते हैं मंगल का मकर राशि में गोचर आपकी राशि के लिए किस तरह के प्रभाव लेकर आने वाला है।


मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए मंगल आपके व्यक्तित्व के भाव पहले और अचानक से होने वाले लाभ व हानि के भाव यानी कि आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके दसवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं और कुंडली में दसवां भाव नाम और प्रसिद्धि का होता है। यह आपके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति लेकर आएगा और आपको इस अवधि में लाभ भी होगा। मंगल का मकर राशि में गोचर समृद्धि में वृद्धि की तरफ इशारा कर रहा है जिसके चलते आपकी आय में बढ़ोतरी या फिर आपको संपत्ति आदि की प्राप्ति हो सकती है। यह अवधि में आप अनुशासित रहेंगे और योजनाओं को बनाते हुए कड़ी मेहनत भी करेंगे जिसे मेष राशि के अंदर पाए जाने वाले नेतृत्व क्षमता के गुण का साथ मिलेगा। पेशेवर जीवन में किये जाने वाले प्रयासों में सफलता मिलेगी जिससे आपको सराहना के साथ-साथ लाभ भी प्राप्त होगा। आपके करियर के क्षेत्र में आने वाली समस्याओं का सामना आप डटकर करेंगे जिससे तरक्की का मार्ग प्रशस्त होगा।

वहीं, मकर राशि का संबंध जिम्मेदारियों और अधिकारों से भी है। इसके परिणामस्वरूप, मेष राशि वाले मंगल गोचर के दौरान स्वयं को मिलने वाली महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को निभाते या नेतृत्व करते हुए दिखाई दे सकते हैं। इसके अलावा, इन लोगों को निजी और पेशेवर जीवन में योजना बनाकर चलना होगा क्योंकि इसकी आपको जरूरत महसूस हो सकती है।

आर्थिक जीवन की बात करें, तो इस गोचर के दौरान आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत रहेगी। आपके पास पर्याप्त मात्रा में धन आएगा। लेकिन, आप फिर भी असंतुष्ट दिखाई दे सकते हैं। सफलता और लक्ष्य को पूरा करने की इच्छा आपको शीर्ष पर पहुँचने के लिए प्रेरित करेगी।

निजी जीवन की बात करें, तो मंगल गोचर की अवधि में आपका रिश्ता प्रेम से पूर्ण रहेगा। ऐसे में, पार्टनर के साथ यादगार समय बिताएंगे जिससे आप दोनों के रिश्ते में आपसी तालमेल और समझ बढ़ेगी। साथ ही, आप दोनों के कहीं बाहर घूमने जाने के भी योग बनेंगे और इसके परिणामस्वरूप, आपका रिश्ता सुखद रहेगा।

मंगल गोचर के सकारात्मक पक्ष की बात करें, तो इन लोगों को अपनी सेहत के प्रति सावधान रहना होगा क्योंकि आपको थकान महसूस हो सकती है। ऐसे में, मेष राशि वालों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।

कुल मिलाकर, मंगल का गोचर आपके दसवें भाव में होगा जो कि आपके पेशेवर जीवन में सफलता और आर्थिक समृद्धि लेकर आएगा। साथ ही, आपका रिश्ता मधुर बना रहेगा। हालांकि, अपने लक्ष्यों को पूरा करने और सकारात्मक परिणाम पाने के साथ-साथ अपनी सेहत पर भी ध्यान देना होगा।

उपाय: प्रतिदिन हनुमान चालीसा का जाप करें।


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वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों की कुंडली में मंगल आपके सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके नौवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में सातवां भाव विवाह और व्यापार साझेदारी तथा बारहवां भाव मोक्ष, खर्चों और विदेश आदि का होता है जबकि नौवां भाव धर्म, लंबी दूरी की यात्राओं और जीवन मूल्यों का होता है। ऐसे में, आपको भाग्य और अध्यात्म के क्षेत्र में अनुकूल परिणामों की प्राप्ति होगी। इस समय आप आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे जिसके चलते आपके धन और मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी। साथ ही, इन लोगों को व्यापार में भी सफलता प्राप्त होगी।

जैसे कि वृषभ और मकर दोनों ही पृथ्वी तत्व की राशियां हैं। इसके परिणामस्वरूप, इस राशि के जातक जीवन के बड़े फैसले सोच-समझकर लेंगे। इस प्रकार, वृषभ राशि वाले कुछ ऐसे फैसले ले ले सकते हैं जिसका लाभ आपको लंबे समय तक होगा।

करियर के लिहाज़ से, मंगल का मकर राशि में गोचर आपके लिए कई सुनहरे अवसर लेकर आ सकता है और इस वजह से आपको लंबी दूरी की यात्राओं पर जाना पड़ सकता है। साथ ही, यह यात्रा आपकी आर्थिक स्थिति को मज़बूत करने का काम करेगी। लेकिन, इस गोचर के दौरान आपको कुछ समस्याओं से भी दो-चार होना पड़ सकता है। यह जातक अपने दृढ़ निश्चय और प्रयासों के दम पर अपनी परेशानियों से बाहर आने में सक्षम होंगे।

निजी जीवन की बात करें, तो यह गोचर आपके लिए औसत रहेगा क्योंकि इस दौरान आपके और पार्टनर के बीच गलतफ़हमियां बनी रह सकती हैं। ऐसे में, आपको अपने रिश्ते को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। साथ ही, एक-दूसरे के साथ खुलकर बात करें ताकि आपसी समझ भी मज़बूत हो सके।

मंगल का मकर राशि में गोचर की अवधि में वृषभ राशि वालों को अपनी सेहत को प्राथमिकता देनी होगी। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने के लिए संतुलित भोजन का सेवन और नियमित रूप से व्यायाम करें। साथ ही, योग और ध्यान आदि करना भी आपके लिए फलदायी साबित होगा।

कुल मिलाकर, मंगल का यह गोचर आपके जीवन के हर क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। जबकि पेशेवर जीवन में आपको सफलता और समस्याएं दोनों ही देखने को मिल सकती हैं। वहीं, रिलेशनशिप में आपको संतुलन बनाकर चलना होगा। साथ ही, अपने स्वास्थ्य को भी प्राथमिकता देनी होगी जिससे आपको इस गोचर से शुभ फलों की प्राप्ति हो सके 

उपाय: हर मंगलवार हनुमान जी के मंदिर जाएं और नारंगी सिंदूर चढ़ाएं।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगल महाराज आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में छठा भाव कर्ज़, रोग व शत्रु और ग्यारहवां भाव लाभ और इच्छाओं को दर्शाता है जबकि आठवां भाव में मंगल का गोचर पेशेवर जीवन में आने वाले समस्याओं और रिश्तों में आने वाले उतार-चढ़ाव की तरफ संकेत कर रहा है। मंगल का मकर राशि में गोचर के दौरान आपको अचानक से होने वाले लाभ और हानि के लिए तैयार रहना होगा। इन सब परेशानियों के बाद भी आपको आर्थिक जीवन में स्थिरता की प्राप्ति होगी।

हालांकि, मंगल गोचर की अवधि में आपको करियर के क्षेत्र में सावधान रहना होगा क्योंकि आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन परिस्थितियों से निपटने के लिए आपको शारीरिक और मानसिक रूप से मज़बूत होना होगा। ध्यान रखें कि इस समय पेशेवर जीवन में ज़रा भी लापरवाही बरतना आपको कानूनी समस्याओं में फंसा सकता है इसलिए इन सबसे बचने के लिए मन लगाकर काम करें।

सेहत की बात करें, तो मंगल गोचर की अवधि में अपनी सेहत का ध्यान रखना आपके लिए बेहद जरूरी होगा। आपके लिए ध्यान और योग आदि करना फायदेमंद साबित होगा क्योंकि स्वास्थ्य समस्याओं के चलते आप तनावग्रस्त नज़र आ सकते हैं। ऐसे में, खुद की सेहत का ध्यान रखकर आप समस्याओं को कम कर सकते हैं। मकर राशि की ऊर्जा के साथ आप अपनी सेहत को बेहतर और फिट बनाए रख सकेंगे। यह समय इन बातों का पालन करने के लिए अच्छा रहेगा जो आपके लिए फलदायी साबित होगा। हालांकि, मिथुन राशि वालों को सतर्क रहना होगा, परंतु खुद पर दबाव डालने से बचें क्योंकि मंगल आपको तनाव देने का काम कर सकता है।

कुल मिलाकर, धन से जुड़े मामलों में आपको धैर्य के साथ काम लेना होगा। साथ ही, इस दौरान आपको निवेश करते समय सतर्क रहना होगा, अन्यथा हानि उठानी पड़ सकती है। मंगल के मकर राशि में गोचर के दौरान अगर आप समस्याओं या फिर परेशानियों से बचना चाहते हैं, तो इस समय पेशेवर जीवन में किसी भी नए काम या योजनाओं की शुरुआत को फिलहाल के लिए टाल दें। वहीं, इस समय धन से जुड़े फैसलों से लेकर पेशेवर जीवन तक में जोख़िम उठाने से बचें ताकि आप बाधाओं से बच सकें।

उपाय: घर के बाहर अनार का पौधा लगाएं।


कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए मंगल महाराज आपके प्रेम, रोमांस, संतान के भाव यानी कि पांचवें भाव और करियर, लोकप्रियता के भाव अर्थात दसवें भाव के स्वामी हैं। अब मंगल गोचर करके आपके विवाह व साझेदारी के भाव यानी कि सातवें भाव में जा रहे हैं। ऐसे में, आपका रिश्ता सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ेगा और यह समय पार्टनर रिश्ते को मजबूत करने के लिए अनुकूल रहेगा।

हालांकि, जातकों को करियर के क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता हैं जिनसे बाहर आने के लिए सावधानी बरतनी होगी। कार्यक्षेत्र में विवादों से और सहकर्मियों के साथ बहस में पड़ने से बचने का प्रयास करें। इस दौरान ऑफिस में सबसे मधुर संबंध बनाए रखें और आक्रामक रुख अपनाने से बचें। आपको बता दें कि मंगल का मकर राशि में गोचर आपको पेशेवर जीवन में अनुशासित और महत्वाकांक्षी बनाने का काम कर सकता है। यह जातक अपने लक्ष्यों और दृढ़ संकल्प के साथ समस्याओं से पार पाने में सक्षम होंगे। लेकिन, आपको सलाह दी जाती है कि पेशेवर जीवन के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए ज्यादा आक्रामक रुख न अपनाएं और स्वयं को संतुलित बनाए रखने की कोशिश करें।

इस गोचर कीअवधि में आप अच्छे से आर्थिक योजनाओं को बना सकेंगे। यह समय धन से जुड़े लक्ष्य स्थापित करने, बजट बनाने और वित्तीय स्थिरता पाने से संबंधित फैसला लेने के लिए उपयुक्त होगा। लेकिन, जल्दबाज़ी में कोई फैसला न लें।

रिश्तों की बात करें, तो अगर आप किसी के सामने अपने मन की बात रखना चाहते हैं, तो इस समय यह सोच-समझकर करें। बेकार की बातों से होने वाले किसी भी तनाव से बचें और दूसरों के प्रति अपना रवैया सकारात्मक रखें। आपको जीवन में संतुलन कायम करने के लिए आपसी समझ और सौहार्द बनाए रखना होगा क्योंकि इस गोचर का सबसे ज्यादा असर वैवाहिक जीवन पर ही पड़ेगा। इस दौरान पार्टनरों के साथ गलतफहमियां पैदा होने की संभावना है, जो भविष्य में किसी बड़े विवाद में बदल सकती है। रिश्ते में प्रेम और सौहार्द बनाए रखने के लिए आपको इन सभी मतभेदों को बातचीत के माध्यम से सुलझाना होगा।

सेहत की दृष्टि से, इस गोचर के दौरान आपको अपनी भावनाओं का ख्याल रखना होगा। किसी भी बात पर हद से ज्यादा भावुक होने से बचना होगा और इसके लिए आप ध्यान और योग आदि का सहारा ले सकते हैं जिससे आपका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों अच्छा रहेगा। मंगल गोचर की अवधि में आपको अपने साथ-साथ पार्टनर की सेहत पर भी ध्यान देना होगा क्योंकि स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। ऐसे में, आपको ज्यादा धन खर्च करना पड़ सकता है। कर्क राशि वालों को अपने पार्टनर का ख्याल रखते हुए सहज वातावरण का निर्माण करना होगा। तनाव को कम करने के लिए आप छोटे-छोटे कदम उठाकर अपनी सेहत को अच्छा रख सकते हैं।

उपाय: संभव हो, तो प्रतिदिन किसी धार्मिक स्थल पर खाने का सामान बांटे।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए मंगल आपके चौथे भाव और नौवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके कर्ज़, शत्रु और रोग के भाव यानी कि छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में चौथा भाव घर, सुख-सुविधाओं व ख़ुशियों तथा नौवा भाव धर्म, लंबी दूरी की यात्रा और रोग आदि का प्रतिनिधित्व करता है। इसके परिणामस्वरूप, आपको जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और करियर में भी परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। हालांकि, मंगल का मकर राशि में गोचर की अवधि में आप समर्पित और ईमानदार होकर काम करेंगे, तो आपको करियर में सफलता प्राप्त होने की संभावना है। काम में की गई आपकी मेहनत व्यर्थ नहीं जाएगी और वरिष्ठ आपकी सराहना करेंगे। इसके फलस्वरूप, शत्रुओं द्वारा पेशेवर जीवन में खड़ी की गई मुसीबतों से आप अपनी बुद्धि के बल पर सफलता प्राप्त कर सकेंगे।

मंगल गोचर की अवधि में आपको लंबी दूरी की यात्रा में बाधाओं से जूझना पड़ सकता है। साथ ही, खर्चों में भी वृद्धि होने की संभावना है। हालांकि, यह समय उन लोगों के लिए श्रेष्ठ रहेगा जो प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लेने जा रहे हैं। इन सब कामों के लिए अवधि उत्तम रहेगी।

आर्थिक जीवन की बात करें, तो इस अवधि में आपको धन से जुड़े मामलों में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे क्योंकि आपको कर्ज़ जैसी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। साथ ही, आप दुश्मनों पर जीत हासिल करने में सक्षम होंगे। अगर मंगल गोचर के नकारात्मक पक्ष की बात करें, तो सिंह राशि के विवाहित जातकों को जीवन में समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है इसलिए रिश्ते में आने वाली बाधाओं से निपटने के लिए खुलकर बातचीत करें और आपसी समझ अच्छी बनाए रखें।

उपाय: किसी जरूरतमंद को तांबे से बनी कोई वस्तु दान में दें।


कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल महाराज आपके तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह प्रेम, रोमांस, बच्चे और सट्टेबाजी के भाव यानी कि पांचवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। बता दें कि कुंडली में तीसरा भाव भाई-बहनों व छोटी दूरी की यात्राओंतथा आठवां भाव अचानक से होने वाले लाभ-हानि आदि को दर्शाता है। इसके परिणामस्वरूप, मंगल का मकर राशि में गोचर के दौरान आपको पेशेवर जीवन में औसत रूप से प्रगति प्राप्त हो सकती है। इस समय करियर के क्षेत्र में आने वाली समस्याओं से पार पाने के लिए आपको समर्पित होकर कड़ी मेहनत करनी होगी। अगर आप नौकरी में सफलता प्राप्त करने के इच्छुक हैं, तो कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों और वरिष्ठों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने होंगे। इस दौरान आपको सभी जिम्मेदारियां समय पर पूरा करने की सलाह दी जाती है, अन्यथा आपके प्रमोशन या वेतन में वृद्धि आदि में देरी हो सकती है। मकर राशि में मंगल ग्रह की मौजूदगी आपको करियर के क्षेत्र में अनुशासित और ऊर्जावान बनाने का काम करेगी। इस दौरान आप पेशेवर जीवन के लक्ष्यों को पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हुए दिखाई दे सकते हैं। हालांकि, आपको अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए धैर्य रखना होगा। इन जातकों को अपने रिश्ते पर ध्यान देना होगा जिससे आप दोनों के बीच आपसी तालमेल बना रहे क्योंकि रिश्ते को नज़रअंदाज़ करना आपके लिए तनावपूर्ण हो सकता है। साथ ही, बच्चों के विकास के लिए यह समय औसत रहने की संभावना है।

मंगल का गोचर आपके प्रेम जीवन को प्रभावित करेगा और इसके परिणामस्वरूप, आपको रिश्ते में समस्याओं और विवादों का सामना करना पड़ सकता है। आप दोनों बात-बात पर एक-दूसरे से असहमत रह सकते हैं। इसके अलावा, करियर में भी बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं जिसके चलते आपका सहकर्मियों के साथ मतभेद हो सकता है। संभव है कि वरिष्ठों से भी आलोचना झेलनी पड़ें।

आर्थिक लिहाज़ से, मंगल का मकर राशि में गोचर की अवधि में आपको धन से जुड़े मामलों में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप कोई जोख़िम भरा निवेश करने जा रहे हैं, तो आपको सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। यह समय आर्थिक योजनाओं के निर्माण के लिए अनुकूल रहेगा। ऐसे में, इस अवधि में आप धन से जुड़े वित्तीय लक्ष्यों को स्थापित करने के साथ-साथ बजट तैयार कर सकते हैं। आर्थिक स्थिरता पाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय भी ले सकते हैं, परंतु जल्दबाज़ी में कोई भी फैसला न लें। मंगल गोचर की अवधि में आपको समझदारी से काम लेना होगा और करियर व धन से संबंधित फैसले बहुत सोच-विचारकर करें।

स्वास्थ्य की बात करें, तो कन्या राशि वालों को इस अवधि में कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या नहीं आएगी। लेकिन, आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा क्योंकि यह गोचर कभी-कभी आपके स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। इस दौरान आपको व्यस्त जीवनशैली के बीच भी खुद को आराम देना होगा। इस प्रकार, नियमित रूप से व्यायाम करना, संतुलित भोजन करना और अच्छी नींद लेना आदि आपके स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने में सहायक सिद्ध होगा। तनाव से बचने का प्रयास करें।

उपाय: इन जातकों के लिए रक्तदान करना फलदायी रहेगा।

तुला राशि

तुला राशि वालों की कुंडली में मंगल देव दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं अब यह आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं जो कि माता, संपत्ति, वाहन और घर आदि का प्रतिनिधित्व करता है। कुंडली में दूसरा भाव परिवार, धन-समृद्धि व वाणी तथा सातवां भाव विवाह एवं पार्टनरशिप को दर्शाता है। इसके परिणामस्वरूप, आपको रिश्ते में कुछ समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। आप दोनों के बीच आपसी तालमेल की कमी रिश्ते को बिगाड़ने का काम कर सकती है जिसका असर जीवन के अन्य रिश्तों जैसे कि परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों आदि पर भी दिखाई दे सकता है। इस वजह से इन लोगों के साथ विवाद होने की आशंका है। ऐसे में, साथी से बातचीत करते समय स्वयं को शांत रखने की सलाह दी जाती है।

करियर की बात करें, आप पेशेवर जीवन में प्रगति प्राप्त करेंगे। इन जातकों को अपनी मेहनत और लगातार प्रयासों के दम पर पुरस्कार और उन्नति हासिल होगी। मेहनत के बल पर आपको सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होगी।

आर्थिक जीवन में मंगल का गोचर आपको अप्रत्याशित रूप से धन लाभ करवा सकता है। व्यापार करने वाले जातकों को कोई एक ऐसा सुनहरा अवसर प्राप्त होगा जिसका आप यदि फायदा उठाते हैं, तो आपको तुरंत लाभ मिल सकता है।

मंगल का चौथे भाव में गोचर आपकी माता, संपत्ति, वाहन और पारिवारिक शांति आदि को प्रभावित कर सकता है। इस दौरान जीवनसाथी के साथ आपसी समझ बनाए रखना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। यह गोचर आपके परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों के बीच विवादों को जन्म दे सकता है और यह मतभेद आपके बच्चों तक भी पहुंच सकता है। ऐसे में, आपको रिश्तों के प्रति शांत और मिलनसार रवैया अपनाने की सलाह दी जाती है।

स्वास्थ्य की बात करें, तो आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मज़बूत रहेगी।, इस गोचर के दौरान आपको अपनी माता की सेहत का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है जो कि आपके लिए बेहद जरूरी होगा।

कुल मिलाकर, मंगल का यह गोचर आपके करीबी रिश्ते के लिए अशुभ रह सकता है, विशेषकर जीवनसाथी के साथ। इसके अलावा, करियर के क्षेत्र में आपको सहकर्मियों या बिज़नेस पार्टनरशिप के साथ भी आपसी समझ बनाए रखनी होगी। इस अवधि में आप समर्पण एवं प्रयासों की वजह से सफलता प्राप्त करेंगे। हालांकि, तुला राशि वालों का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा, लेकिन माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

उपाय: शुभ परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन मंगल ग्रह के मंत्र "ॐ अंगारकाय नमः" का जाप करें।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल महाराज आपके पहले भाव और छठे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके तीसरे भाव यानी कि छोटी दूरी की यात्राओं, भाई-बहनों और पड़ोसियों आदि के भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में पहला भाव स्वयं, चरित्र व व्यक्तित्व तथा छठा भाव कर्ज़, रोगों और शत्रुओं आदि का होता है। ऐसे में, मंगल का मकर राशि में गोचर करियर में आपको तरक्की प्रदान करेगा, फिर चाहे आप नौकरी करते हो या व्यापार। आपको यह समझना होगा कि इस अवधि में पेशेवर जीवन में सफलता प्राप्त करना पूरी तरह से आपकी मेहनत पर निर्भर करेगा। साथ ही, वृश्चिक राशि वालों को जल्दबाज़ी में निर्णय लेने से बचना होगा, अन्यथा यह आपके करियर में प्रगति की राह में बाधा बन सकती हैं। इस समय आपके द्वारा की गई छोटी-छोरी यात्राएं करियर में आपको अनुकूल परिणाम देने का काम कर सकती हैं। मंगल गोचर की अवधि में आपके लिए जरूरी होगा कि अपने काम और यात्राओं के बीच संतुलन बनाकर चलें। ऐसा करना आपके करियर के लिए फलदायी साबित होगा।

आर्थिक जीवन की बात करें, तो मंगल गोचर के दौरान आपको धन लाभ कमाने के कई अवसर मिल सकते हैं जो आपकी स्थिति को मज़बूत बनाएंगे। मंगल का शुभ प्रभाव आपकी आर्थिक स्थिति को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा जिसकी वजह से आपके धन-धान्य में वृद्धि होगी। सिर्फ इतना ही नहीं, मंगल महाराज आपके लिए नौकरी के नए अवसर भी लेकर आ सकते हैं। साथ ही, जातक कोई बड़ा निवेश या फिर किसी व्यापार की शुरुआत करने के बारे में भी सोच सकते हैं जिसका लाभ लंबे समय तक मिलेगा।

रिश्तों की बात करें, तो इस अवधि में आपके रिश्ते परिवार के सदस्यों ख़ासतौर पर भाई-बहनों के साथ प्रेमपूर्ण बने रहेंगे। साथ ही, रिश्तों में आपसी सहयोग नज़र आएगा। हालांकि, आपको संबंधों में कुछ समस्याओं का अनुभव हो सकता है इसलिए आपको पूरी गंभीरता के साथ रिश्ते को स्थिर बनाए रखने की कोशिश करनी होगी।

जब बात आती है स्वास्थ्य की, तो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मज़बूत रहेगी और इस वजह से आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। हालांकि, अपनी सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए संतुलित भोजन का सेवन और दिनचर्या में व्यायाम को शामिल करने की सलाह दी जाती है।

उपाय: प्रतिदिन देवी दुर्गा की पूजा करें तथा जरूरतमंदों एवं गरीबों (विशेषकर बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों) आदि की सहायता करें।

धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए मंगल देव आपके पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। आपको बता दें कुंडली में पांचवां भाव प्रेम, रोमांस और बच्चों आदि का भाव है जबकि बारहवां भाव खर्चों, मोक्ष और अस्पताल में भर्ती आदि का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में, मंगल का गोचर अनुशासन, स्वयं को लेकर किये जाने वाले सोच-विचार और व्यक्तिगत विकास आदि लेकर आ सकता है। साथ ही, इस दौरान ऐसी गतिविधियों में शामिल होना फलदायी साबित होगा। इसी प्रकार, घर-परिवार, धन और वाणी के दूसरे भाव में बैठे मंगल आपके पर्सनल और प्रोफेशनल जीवन को निश्चित रूप से प्रभावित करेंगे।

करियर की दृष्टि से, मंगल का मकर राशि में गोचर आपको पेशेवर जीवन में तरक्की प्रदान करेगा, विशेष रूप से विदेशी या एमएनसी कंपनियों के माध्यम से। लेकिन, इस अवधि में आपके लिए सावधान रहना जरूरी होगा क्योंकि आपको सहकर्मियों के साथ प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है। करियर में ऐसी किसी भी गलतफ़हमी से बचें जो आपके जीवन की शांति भंग कर सकती है इसलिए बेहतर होगा कि पेशेवर जीवन के संबंधों को कूटनीति के साथ निभाएं। इसके अलावा, आर्थिक जीवन में भी आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि आप छलकपट या धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं। साथ ही, आपको धन से जुड़े निर्णय सोच-समझकर लेने की सलाह दी जाती है।

निजी जीवन में आपको मंगल गोचर के दौरान अपने रिश्ते को बेहद ध्यान और समर्पण के साथ संभालना होगा। दूसरे भाव में मंगल की उपस्थिति को यात्राओं के लिए अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। अगर यात्रा करना जरूरी हो, तो पूरी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। मंगल गोचर की अवधि में आपको अपनी सेहत का भी ध्यान रखना होगा। इस समय आप संतुलित भोजन और नियमित व्यायाम करके अपने स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रख सकेंगे। इन जातकों को जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा जिसकी मदद से न आप केवल स्वास्थ्य को उत्तम रख सकेंगे बल्कि अपने व्यक्तित्व का विकास भी करने में सक्षम होंगे। मकर राशि में स्थित मंगल की ऊर्जा काफ़ी अधिक होगी और इस वजह से आपके जीवन में तनाव भी बढ़ सकता है इसलिए आपको काम के साथ-साथ आराम करने पर भी ध्यान देना होगा।

उपाय : प्रतिदिन राधाकृष्ण मंत्र का जाप करें।


मकर राशि

मकर राशि वालों की कुंडली में मंगल आपके चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके व्यक्तित्व के भाव यानी कि पहले भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में चौथा भाव सुख-सुविधाओं, विलासिता व ख़ुशियों का होता है जबकि ग्यारहवां भाव भौतिकता और इच्छाओं का होता है। मंगल का मकर राशि में गोचर आपके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित करेगा। यह गोचर आपको सफलता देने के साथ-साथ आत्म केंद्रित भी बना सकता है। इस अवधि में आप बेचैन और बेसब्र दिखाई दे सकते हैं इसलिए इन जातकों को दूसरों से बातचीत करते समय धैर्य बनाए रखने और कूटनीतिक बने रहने की सलाह दी जाती है। साथ ही, आपके लिए खुद को शांत रखना फलदायी साबित होगा, विशेष रूप से उस समय जब आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल जीवन में पार्टनर, जीवनसाथी और परिवार के साथ समस्या चल रही हो।

करियर के लिहाज़ से, मंगल का यह गोचर आपके लिए सकारात्मक कहा जा सकता है। इस दौरान आपको लाभ प्राप्त होने के योग बन रहे हैं। मकर राशि वालों को अपने सहकर्मियों और वरिष्ठों का साथ मिलेगा। लेकिन, आपको बता दें कि अगर आप ज्यादा से ज्यादा सफलता पाना चाहते हैं, तो आपको धैर्य रखना होगा क्योंकि यह एक ऐसा गुण है जिसकी सराहना आपके आसपास के लोग करेंगे। इस अवधि में पेशेवर जीवन के लक्ष्यों को पाने के लिए आप दृढ़ संकल्पी रहेंगे। साथ ही, आप भविष्य के लिए दीर्घकालिक लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं जिससे आपका करियर सकारात्मक रूप से प्रगति प्राप्त करेगा।

आर्थिक जीवन में, आपको मंगल का मकर राशि में गोचर की अवधि में धन सोच-विचार कर खर्च करना होगा। इस समय आप निवेश जैसे कुछ महत्वपूर्ण आर्थिक फैसले ले सकते हैं जो भविष्य को ध्यान में रखकर हो सकते हैं। साथ ही, आपके सामने कुछ खर्चे भी आ सकते हैं इसलिए आपको सावधान रहना होगा।

बात करें रिलेशनशिप की, तो आपको इस समय धैर्य और आपसी समझ बनाए रखने की जरूरत होगी क्योंकि मंगल गोचर के दौरान आपके क्रोध में वृद्धि होने की आशंका है। मंगल का गोचर नकारात्मक विचारों में वृद्धि करवाएगा जिसके चलते आपको भावनात्मक स्तर पर उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, यह पारिवारिक जीवन में समस्याएं बढ़ाने का काम कर सकता है। इसके परिणामस्वरूप, घर-परिवार में मतभेद की स्थिति पैदा हो सकती है और ऐसे में, आपको प्रेम और शांति से बात करने की सलाह दी जाती है। आप घर-परिवार की जिम्मेदारियों का भार अपने ऊपर महसूस कर सकते हैं और आपका प्रयास सुख-शांति से पूर्ण पारिवारिक माहौल का निर्माण करने पर होगा।

स्वास्थ्य की दृष्टि से, मंगल गोचर के दौरान आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है। इस अवधि में आप अपनी सेहत का ध्यान रखकर और संतुलित जीवनशैली अपनाकर खुद को फिट रख सकते हैं।

उपाय: सफेद गाय को हरा चारा खिलाएं।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा Astro Om Trivedi Ji से बात करके

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कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों की कुंडली में मंगल देव आपके तीसरे भाव और दसवें भाव के स्वामी है। अब यह आपके खर्चों, सेहत, विदेश से संबंधों और आध्यात्मिकता के भाव यानी कि बारहवें भाव में गोचर कर जाएंगे। कुंडली में तीसरा भाव छोटी दूरी की यात्राओं, भाई-बहनों और संचार कौशल का भाव है जबकि दसवां भाव नाम, प्रसिद्धि आदि का प्रतिनिधित्व करता है। मंगल का मकर राशि में गोचर होने से कुंभ राशि वालों को करियर में बदलाव का सामना करना पड़ सकता है। आपको अनुभव हो सकता है कि आपके सहकर्मियों या वरिष्ठों का रवैये आपके प्रति बदल गया है क्योंकि उनका दृष्टिकोण आपके लिए बदल सकता है। साथ ही, ऑफिस में वरिष्ठ आपके साथ सख्त हो सकते हैं। इस दौरान आपको कार्यक्षेत्र में जिम्मेदारियों को समर्पित होकर पूरा करना होगा, अगर आपको इसके लिए अधिक मेहनत करनी भी पड़ें, तो कदम पीछे न हटाएं। हालांकि, मंगल का यह गोचर नौकरी में बदलाव, स्थान परिवर्तन या करियर में किसी भी तरह के बदलाव के लिए ठीक नहीं कहा जाएगा। इस समय आपका सारा ध्यान कार्यक्षेत्र में आने वाली समस्याओं और बाधाओं को पार करने पर होगा। यह अवधि आपके लिए विदेश यात्रा के अवसर भी लेकर आ सकती है।

जब बात आती है आर्थिक जीवन की, तो मंगल के इस गोचर में आपको पैसों को सोच-समझकर खर्च करना होगा। हालांकि, इस समय को धन से जुड़ी योजनाओं के निर्माण और सुरक्षित भविष्य के लिए कोई महत्वपूर्ण फैसला लेने के लिए अनुकूल कहा जाएगा। साथ ही, आपको धन संबंधित मामलों में संभलकर चलने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस गोचर के दौरान अप्रत्याशित खर्च आपके सामने आ सकते हैं।

निजी जीवन में कुंभ राशि वालों को रिश्ते में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि पार्टनर के साथ विवाद होने की आशंका है जिसके चलते आप मानसिक रूप से परेशान नज़र आ सकते हैं। मंगल गोचर की अवधि में आपको सावधानी बरतने के साथ-साथ जीवन में कोई बड़ा बदलाव करने से बचने की सलाह दी जाती है। बारहवें भाव में मंगल की उपस्थिति जल्दबाज़ी में लिए गए फैसलों, धैर्य रखने और मेहनत को दर्शाती है। अगर आप रिश्तों पर ध्यान दें, तो इन समस्याओं को कम किया जा सकता है। साथ ही, आपको निजी और पेशेवर जीवन में संतुलन बनाकर चलने का प्रयास करना होगा। इस दौरान आप बेझिझक पार्टनर से बात करें क्योंकि ऐसा करने से रिश्तों में मधुरता बनी रहेगी।

मंगल का मकर राशि में गोचर आपको ऊर्जावान बनाने का काम करेगा। लेकिन आपको तनाव लेने से बचना होगा। अपनी सेहत को अच्छा बनाए रखने और ऊर्जा का सकारात्मक इस्तेमाल करने के लिए आप नियमित रूप से व्यायाम और संतुलित जीवनशैली अपना सकते हैं।

उपाय: दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए मंगल आपके दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं जो आपके आय, खेलकूद और इच्छाओं की पूर्ति के भाव अर्थात ग्यारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में दूसरा भाव परिवार, धन-समृद्धि व वाणी आदि का प्रतिनिधित्व करता है जबकि नौवां भाव धर्म, संस्कृति एवं विदेश यात्राओं आदि को दर्शाता है। ऐसे में, मंगल का मकर राशि में गोचर आपके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा। करियर के लिए यह समय इन जातकों के लिए शानदार रहेगा और साथ ही, आपको सकारात्मक परिणामों जैसे वेतन में वृद्धि या प्रमोशन आदि की प्राप्ति हो सकती है। मीन राशि के व्यापार करने वाले जातकों को इस अवधि में निश्चित रूप से लाभ प्राप्त होगा। साथ ही, आपको पिछले दिनों में की गई मेहनत और प्रयासों के लिए पुरस्कार मिलने के योग हैं। आपको करियर में अनुशासित और दृढ़ संकल्पी होने की आवश्यकता होगी।

आर्थिक जीवन के लिहाज़ से, मंगल गोचर के समय आपको योजना बनाकर चलना होगा। इस दौरान आपको आय में वृद्धि या निवेश के अनेक अवसर प्राप्त होंगे जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी। इस अवधि में आप यात्राओं पर जा सकते हैं जो कि आपके लिए फलदायी रहेगी।

रिश्तों की बात करें, तो इस दौरान आप सामाजिक मेलजोल और दोस्तों, पार्टनर और परिवार के साथ यादगार समय बिताने के इच्छुक हो सकते हैं। परिवार के सदस्यों के साथ मधुर रिश्ते रहने की वजह से घर का माहौल सकारात्मक रहेगा। इस अवधि में आपको अपने दोस्तों का हर कदम पर साथ मिलेगा और भाग्य भी आपका साथ देगा जिसके बल पर आप समस्याओं का सामना डटकर करेंगे।

मंगल गोचर आपको ऊर्जावान बनाएगा और इस वजह से आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। लेकिन, ऊर्जा का उच्च स्तर होने के कारण आपको तनाव और अधिक मेहनत करने से बचना होगा। साथ ही, स्वयं को स्वस्थ बनाए रखने के लिए आपको नियमित रूप से व्यायाम करना होगा।

उपाय: हनुमान मंदिर में जाकर चमेली के तेल का दीपक जलाएं।


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