धनतेरस पर क्या खरीदें क्या ना खरीदें की बात करें तो,
- धनतेरस पर आप अपनी यथाशक्ति के अनुसार सोना, चांदी, पीतल खरीद सकते हैं। इसे बेहद ही शुभ माना जाता है।
- धनतेरस पर धनिया और झाड़ू खरीदना बेहद शुभ होता है।
- क्या ना खरीदें की बात करें तो इस दिन कोई भी काले या गहरे रंग की वस्तु खरीदने से बचें।
- चीनी मिट्टी के बर्तन ना खरीदें।
- कांच की चीज, अल्युमिनियम की चीज या फिर लोहे से बनी हुई चीजों को खरीदने से बचें।
- धनतेरस के दिन आप चाहे तो लैपटॉप, फोन, टीवी, रेफ्रिजरेटर भी खरीद सकते हैं। इसे बेहद शुभ माना जाता है। इसके अलावा आप धनतेरस के दिन कुछ खरीदे या ना खरीदें इस बात का ध्यान रखें कि आप एक झाड़ू खरीद के घर में अवश्य ले आयें क्योंकि झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक कहा जाता है।
इस दिन कर लिया ये काम तो 13 गुना बढ़ेगी सुख-संपत्ति
मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि जब देवता और असुर समुद्र मंथन कर रहे थे तो भगवान धन्वंतरि कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए थे इसीलिए धनतेरस के दिन आरोग्य के देवता धन्वंतरि जी की भी पूजा का विधान बताया गया है। इसके अलावा इस दिन सोना, चांदी, नया घर, वाहन जैसी चीज़ें खरीदना शुभ भी माना जाता है।
मान्यता के अनुसार कहते हैं कि धनतेरस के दिन जो भी चीज खरीदी जाए वह समृद्धि को कई गुना या यूं कहिए 13 गुना बढ़ा देती है। ऐसे में आप अपने जीवन में सुख समृद्धि के साथ धन संपदा की वृद्धि करने के लिए यथाशक्ति के अनुसार वाहन, वस्त्र, गहने या तांबे पीतल के बर्तन अवश्य खरीदें। इससे घर में धन्य धन हमेशा बढ़ेगा। इसके अलावा आप अगर धनतेरस के दिन दीपदान करते हैं तो इससे जीवन से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है।
धनतेरस से जुड़ी पौराणिक कथा
धनतेरस से जुड़ी कई कथाएं प्रचलित हैं। इनमें से एक भगवान धन्वंतरि से जुड़ी है जो इस प्रकार है: कहते हैं भगवान धन्वंतरि जगत के पालनहार भगवान विष्णु के अवतार हैं। भगवान धन्वंतरि ने आयुर्वेद की शुरुआत की थी। हालांकि द्वापर युग में काशीराज धन्व की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान धन्वंतरि ने पुत्र रूप में उनके घर में जन्म लिया था। भगवान विष्णु ने धन्वंतरि जी को समुद्र मंथन के समय वरदान दिया था कि द्वापर युग में जन्म लेने के बाद आपको ईश्वरत्व प्राप्त होगा। ऐसे में द्वापर युग में भगवान धन्वंतरि के जन्म के बाद उन्हें देवत्व प्राप्त हुआ। भगवान धन्वंतरि को देवताओं के चिकित्सक कहा जाता है।
धनतेरस से जुड़ी मां लक्ष्मी की कहानी के मुताबिक कहा जाता है कि, एक बार भगवान विष्णु पृथ्वी पर आए और मां लक्ष्मी भी उनके साथ चलने लगी। भगवान विष्णु ने कहा कि अगर आप मेरा कहना माने तो आप मेरे साथ चल सकती हैं। भगवान विष्णु ने दक्षिण दिशा की ओर जाने की इच्छा जताई और मां लक्ष्मी को वहीं बिठा दिया। मां लक्ष्मी लेकिन चुपके से उनके पीछे ही चल पड़ी।
एक जगह पहुंचकर उन्होंने एक किसान के खेत से फूल लेकर श्रृंगार किया और गन्ने का रस पिया। भगवान विष्णु ने लक्ष्मी जी को देखा तो क्रोधित होकर उन्हें श्राप दिया कि वह इस किसान की 12 साल तक सेवा करेंगी। 12 वर्षों बाद जब भगवान विष्णु मां लक्ष्मी जी को लेने आए तो किसान ने उन्हें जान देने से मना कर दिया।
मां लक्ष्मी ने किसान से कहा कि तेरस के दिन घर की साफ सफाई करके रात में घी का दीपक जलाना और तांबे के कलश में रुपए और पैसे भरकर पूजा करना ऐसा। करने पर मां लक्ष्मी साल भर उस किसान के घर में रही। इसके बाद से धनतेरस का त्यौहार मनाया जाने लगा।
धनतेरस के ज्योतिषीय उपाय
धनतेरस का दिन शुभ समृद्धि में वृद्धि के लिए बेहद ही शुभ माना जाता है। ऐसे में कहते हैं कि अगर इस दिन कुछ अचूक उपाय कर लिए जाए तो इससे और भी अधिक मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। साथ ही जीवन में धन संपदा और बरकत हमेशा बनी रहती है। क्या कुछ हैं ये उपाय चलिए जान लेते हैं।
- धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की विधिवत पूजा करें। इसके बाद 21 अक्षत ले लें। इसमें चावल के दाने टूटे ना हुए हों इस बात का विशेष ध्यान रखें। पूजा के बाद इसे एक लाल रंग के साफ वस्त्र में बांध लें और अपनी पैसे रखने वाली जगह पर इसे रख दें। ऐसा करने से जीवन से पैसों की तंगी दूर होने लगती है।
- धनतेरस को रात के समय तेरह दीपक जलाएं। इसे बेहद ही शुभ माना जाता है। इसके लिए तेरह साफ दीपक लेकर उसमें घी की बाती लगा लें और इन सब में एक-एक कौड़िया डाल दें। इसके बाद अपने घर के आंगन में इन दीयों को रख दें। आधी रात को इन 13 कौड़ियों को उठाकर घर के किसी कोने में गाड़ दें। ऐसा करने से धन संबंधित समस्याएं आपके जीवन से खत्म हो जाएंगी साथ ही व्यवसाय में भी आपको सफलता मिलेगी।
- धनतेरस के दिन कुबेर भगवान के साथ मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इसके साथ ही मां लक्ष्मी को एक जोड़ा लौंग अवश्य चढ़ाएं। ऐसा रोजाना करें। ऐसा करने से भी आर्थिक परेशानियां दूर होगी।
- धनतेरस के दिन पांच गोमती चक्र ले लें। इसमें केसर और चंदन से महालक्ष्मी का नाम लिखें। इसके बाद लक्ष्मी मां की विधिवत पूजा करें। पूजा के बाद आप इन गोमती चक्र को लाल साफ कपड़े में बांधकर अपने धन रखने वाली जगह पर रख दें। ऐसा करने से आपके जीवन में धन की वर्षा होने लगेगी।
सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
धनतेरस पर सोना, चांदी, पीतल खरीदना बेहद शुभ माना गया है। इसके अलावा धनिया और झाड़ू खरीदना भी बहुत शुभ होता है। आप चाहें तो इस दिन टीवी, फोन, लैपटॉप आदि भी खरीद सकते हैं।
धनतेरस के दिन कोई भी नुकीली वस्तु, कांच की वस्तु, प्लास्टिक की वस्तु, चीनी मिट्टी के समान ना खरीदें।
धनतेरस भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने के दिन के रूप में मनाया जाता है। कहा जाता है दिवाली से दो दिन पहले समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि हाथ में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसके चलते धनतेरस को धन्वंतरि जयंती भी कहते हैं।
धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने के पीछे जुड़ी मान्यता के अनुसार कहते हैं कि इससे घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है, नकारात्मकता दूर होती है और मां लक्ष्मी की प्रसन्नता हासिल होती है।
धनतेरस के दिन हमेशा विषम संख्या में ही झाड़ू खरीदने शुभ मानी जाती है। अर्थात आप 1, 3 या फिर पांच झाड़ू इस दिन खरीद के घर ला सकते हैं।
लाल, गुलाबी या हरे रंग के वस्त्र धनतेरस के दिन बेहद शुभ माने गए हैं।