Omasttro अपने पाठकों के लिए “सूर्य का तुला राशि में गोचर” का यह विशेष ब्लॉग लेकर आया है जिसमें हम आपको सूर्य गोचर से जुड़ी समस्त जानकारी प्रदान करेंगे जैसे कि तिथि, समय आदि। हम सभी यह भली-भांति हैं कि सूर्य महाराज को ज्योतिष के साथ-साथ हिंदू धर्म में भी महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। सनातन धर्म में इन्हें देवता मानकर पूजा जाता है, तो वहीं नवग्रहों में सूर्य को राजा का दर्जा प्राप्त है। ऐसे में, सूर्य ग्रह का राशि परिवर्तन बहुत मायने रखता है क्योंकि इसका प्रभाव देश-दुनिया सहित सभी राशियों पर पड़ता है। अब यह 17 अक्टूबर 2024 को तुला राशि में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके परिणामस्वरूप, सूर्य देव का यह गोचर किन राशियों के लिए रहेगा शुभ और किनके लिए अशुभ? किन राशियों को इस अवधि में रहना होगा सावधान और किस राशि के जातकों पर सूर्य देव रहेंगे मेहरबान आदि सवालों के जवाब आपको इस लेख में प्राप्त होंगे। इसके अलावा, कुंडली में सूर्य के कमज़ोर और मज़बूत होने पर व्यक्ति को किन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है, यह भी हम आपको बताएंगे। सबसे जरूरी सूर्य देव को प्रसन्न करने के उपाय भी प्रदान करेंगे। आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की और जानते हैं सूर्य गोचर की तिथि और समय के बारे में।
कब और किस समय होगा सूर्य का गोचर?
नवग्रहों के राजा कहे जाने वाले सूर्य का गोचर सामान्य रूप से हर महीने होता है क्योंकि यह एक राशि में केवल 30 दिनों के लिए रहते हैं। इस प्रकार, सूर्य देव को अपना राशि चक्र पूरा करने में तक़रीबन एक साल का समय लगता है और ऐसे में, यह बारी-बारी से प्रत्येक राशि में प्रवेश करते हैं। अब सूर्य महाराज 17 अक्टूबर 2024 की सुबह 07 बजकर 27 मिनट पर कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में गोचर कर जाएंगे। बता दें कि तुला सूर्य देव की नीच राशि है और इस राशि के स्वामी ग्रह शुक्र हैं जिन्हें सूर्य का शत्रु माना जाता है। ऐसे में, इस स्थिति को ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है। चलिए आगे बढ़ते हैं और बात करते हैं सूर्य के महत्व के बारे में।
ज्योतिषीय दृष्टि से सूर्य
वैदिक ज्योतिष में सूर्य आत्मा, पिता, आत्मविश्वास, पद, मान-सम्मान और सरकारी नौकरी के कारक ग्रह माने गए हैं। इसके अलावा, मनुष्य के जीवन में यह स्वाभिमान, गरिमा, करियर समर्पण, अहंकार, सिद्धांतों, जीवन शक्ति, सहनशक्ति, और नेतृत्व क्षमता का भी प्रतिनिधित्व करते हैं। बात करें शरीर के अंगों की, तो सूर्य महाराज मानव शरीर में दिल और हड्डियों के कारक हैं।
वहीं, सूर्य ग्रह जब अपनी मूल त्रिकोण राशि सिंह में मौजूद होते हैं, तब जातकों को बहुत शुभ परिणाम देते हैं। मंगल ग्रह की राशि मेष में सूर्य उच्च के होते हैं और यहाँ इनकी स्थिति काफ़ी मज़बूत होती है। राशिचक्र की पांचवीं राशि सिंह के स्वामी ग्रह सूर्य हैं जो कि कुंडली में पांचवें भाव के भी अधिपति देव हैं। इस भाव का संबंध संतान और शिक्षा से होता है।
कुंडलो में सूर्य ग्रह के शुभ होने पर जातकों को करियर में ऊंचे पद की प्राप्ति होती है। साथ ही, यह व्यक्ति को जीवन में अच्छा स्वास्थ्य, तेज़ दिमाग और संतुष्टि प्रदान करते हैं। इसके विपरीत कुंडली में सूर्य के कमज़ोर होने पर व्यक्ति को आँखों और हृदय से जुड़ी समस्याएं देता है। साथ ही, जातक को अहंकारी, ईर्ष्यालु, गुस्सैल और आत्म केंद्रित बना सकता है।
तुला राशि में होगी सूर्य, बुध और शुक्र की युति
जहां सूर्य महाराज ग्रहों के जनक के नाम से प्रसिद्ध हैं, तो बुध देव को “ग्रहों के राजकुमार का दर्जा प्राप्त है। जैसे कि हम जानते हैं कि सूर्य ग्रह 17 अक्टूबर को तुला राशि में प्रवेश करेंगे और यहाँ पहले से बुध ग्रह मौजूद होंगे। बता दें कि कुंडली में सूर्य और बुध के साथ उपस्थित होने पर बुधादित्य योग बनता है। इस योग की गिनती सबसे शुभ योगों में होती है और इसका सकारात्मक प्रभाव जीवन के लगभग सभी क्षेत्रों पर नज़र आता है। ऐसा माना जाता है कि बुधादित्य योग के प्रभाव से व्यक्ति को धन, मान-सम्मान एवं वैभव की प्राप्ति होती है। इस प्रकार, सूर्य और बुध की युति से बनने वाला योग कुछ राशियों के लिए फलदायी साबित होगा। इसके अलावा, तुला राशि में सूर्य, बुध के अलावा शुक्र ग्रह भी पहले से विराजमान होंगे।
कुंडली में कमज़ोर सूर्य का प्रभाव
कुंडली में सूर्य ग्रह के मज़बूत होने से जातकों को हर क्षेत्र में शुभ परिणाम मिलते हैं, लेकिन अगर यह कमज़ोर अवस्था में होते हैं, तो नकारात्मक परिणामों का सामना करना पड़ता है जो कि इस प्रकार हैं:
- जिन जातकों की कुंडली में सूर्य दुर्बल अवस्था में मौजूद होते हैं, उन लोगों को दिल, आँखों और ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
- इन जातकों का समाज में मान-सम्मान कम हो सकता है और साथ ही, अपमान होने की संभावना बनी रहती है।
- सूर्य के अशुभ प्रभाव की वजह से व्यक्ति को तनाव की समस्या रह सकती है। इसके अलावा, कार्यों में सफलता प्राप्ति के मार्ग में बाधाएं उत्पन्न होने लगती हैं।
- कुंडली में सूर्य का दुष्प्रभाव जातक को महत्वाकांक्षी और गुस्सैल बनाने का काम करता है।
अब नज़र डालते हैं सूर्य ग्रह के बलवान होने की स्थिति में मिलने वाले शुभ परिणामों पर।
मज़बूत सूर्य का प्रभाव
ग्रहों के राजा सूर्य जिन जातकों की कुंडली में मजबूत स्थिति में होते हैं, तो उनके लिए यह स्थिति काफ़ी फायदेमंद साबित होती हैं।
- ऐसे लोग जिनकी कुंडली में सूर्य शुभ होते हैं, उनका प्रदर्शन व्यापार में शानदार रहता है और इस क्षेत्र में अच्छा करते हैं।
- यह लोग राजनीति और नौकरी के क्षेत्र में भी अपार सफलता प्राप्त करते हैं। साथ ही, इन्हें उच्च पद की प्राप्ति होती है।
- कुंडली में सूर्य के बलवान होने पर जातकों को हर कदम पर अपने पिता का साथ मिलता है और उनके साथ रिश्ते बहुत अच्छे रहते हैं।
- इन लोगों को मनचाहे परिणाम की प्राप्ति होती है और इनका अपने आप पर पूरी तरह से नियंत्रण होता है।
कुंडली में इन सरल एवं अचूक उपायों से करें सूर्य देव को मज़बूत
- प्रतिदिन तांबे के लोटे में जल लें और इसमें गुलाब की पंखुड़ियां मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।
- रविवार के दिन गरीबों एवं जरूरतमंदों को गुड़ बांटें। साथ ही, इस दिन मंदिर में भी गुड़ का दान करना चाहिए।
- प्रतिदिन तुलसी के पौधे को पानी दें, लेकिन इस काम को रविवार के दिन न करें।
- हर दिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
- रविवार के दिन गेहूं, तांबे और गुड़ आदि का दान करें।
- संभव हो, तो लाल और नारंगी रंग के कपड़े ज्यादा से ज्यादा पहनें।
सूर्य का तुला राशि में गोचर (17 अक्टूबर, 2024)
सूर्य का तुला राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए सूर्य महाराज आपकी कुंडली में पांचवें भाव के स्वामी हैं और अब यह गोचर करके सातवें भाव में जा रहे हैं।
इसके परिणामस्वरूप, सूर्य का तुला राशि में गोचर होने से आप जीवन में प्रगति हासिल करेंगे और साथ ही, आपको दोस्तों एवं साथियों का कदम-कदम पर सहयोग भी मिलेगा।
करियर के क्षेत्र में इन जातकों को वरिष्ठों का साथ प्राप्त होगा और ऐसे में, वह आपके अच्छे काम की प्रशंसा करते हुए नज़र आ सकते हैं।
सूर्य का यह गोचर आपको बिज़नेस में पार्टनर का साथ दिलाने का काम करेगा और ऐसे में, आप अच्छा मुनाफा कमाते हुए दिखाई देंगे।
आर्थिक जीवन में मेष राशि वाले इस दौरान अपने भाग्य की वजह से अच्छा खासा धन लाभ प्राप्त करेंगे।
निजी जीवन की बात करें तो, सूर्य के तुला में प्रवेश की अवधि में आपको पार्टनर का साथ मिलेगा और ऐसे में, आप ख़ुश दिखाई देंगे।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, इस समय आप साहस से भरे रहेंगे जिसके चलते आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ भास्कराय नमः” का 19 बार जाप करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य देव आपके चौथे भाव के स्वामी हैं और अब इनका गोचर आपके छठे भाव में होने जा रहा है।
इसके परिणामस्वरूप, सूर्य के राशि परिवर्तन के प्रभाव से आप कार्यों में किए गए प्रयासों से सफलता प्राप्त कर सकेंगे।
करियर की बात करें तो, यह जातक काम में की गई मेहनत के बल पर पदोन्नति प्राप्त करेंगे और इसके अलावा, आपको इंसेंटिव मिलने के भी योग बनेंगे।
सूर्य का तुला राशि में गोचर व्यापार के क्षेत्र में सफलता लेकर आएगा जिसकी वजह आपकी क्षमताएं और बिज़नेस के प्रति एक अलग नज़रिया होगा।
आर्थिक जीवन में यह जातक छोटे-छोटे प्रयासों और योजनाएं बनाकर चलने के कारण ज्यादा से ज्यादा धन कमा सकेंगे।
निजी जीवन में आप पार्टनर के प्रति वफादार और ईमानदार रहेंगे। ऐसे में, आप दोनों के रिश्ते में आपसी तालमेल बना रहेगा।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, सूर्य का यह गोचर आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहेगा और आपकी सेहत भी उत्तम रहेगी जो कि आपके भीतर के उत्साह और मज़बूत रोग प्रतिरोधक क्षमता का परिणाम होगा।
उपाय: प्रतिदिन लिंगाष्टकम का जाप करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके तीसरे भाव के स्वामी हैं जो अब गोचर करके आपके पांचवें भाव में जा रहे हैं।
ऐसे में, इन जातकों के धार्मिक कार्यों की वजह से लंबी दूरी की यात्रा पर जाने के योग बनेंगे। साथ ही, यह लोग अपनी संतान के विकास से ख़ुश नज़र आएंगे।
जब बात आती है करियर की, तो सूर्य का तुला राशि में गोचर आपको नौकरी के नए अवसर प्रदान करेगा जिसके चलते आप संतुष्ट दिखाई देंगे।
जिन जातकों का संबंध व्यापार से है, वह इस अवधि में बिज़नेस से ज्यादा स्टॉक के माध्यम से लाभ प्राप्त करेंगे।
आर्थिक जीवन में सूर्य का यह गोचर काम में की गई कड़ी मेहनत और समर्पण के लिए आपको अच्छा खासा इंसेंटिव दिलाने का काम करेगा।
प्रेम जीवन में मिथुन राशि वालों का व्यवहार पार्टनर के प्रति प्रेमपूर्ण रहेगा और ऐसे में, आप दूसरों के लिए एक बेहतरीन मिसाल कायम करेंगे।
स्वास्थ्य की बात करें, तो सूर्य गोचर के दौरान आपके भीतर साहस की मौजूदगी आपके स्वास्थ्य को शानदार बनाए रखेगी।
उपाय: प्रतिदिन 21 बार “ॐ गुरवे नमः” का जाप करें।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों की कुंडली में सूर्य महाराज को दूसरे भाव का आधिपत्य प्राप्त है और अब यह आपके चौथे भाव में गोचर कर जाएंगे।
इसके फलस्वरूप, यह लोग आर्थिक जीवन के साथ-साथ अपने परिवार को लेकर बहुत सजग दिखाई देंगे।
सूर्य का तुला राशि में गोचर कर्क राशि के जातकों के करियर के लिए समस्याएं लेकर आ सकता है इसलिए बेहतर होगा कि आप योजना बनाकर चलें।
दूसरी तरफ, व्यापार से संबंधित लोगों को इस अवधि में प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिलने की आशंका है और इस वजह से आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।
आर्थिक जीवन में आपको सूर्य के राशि परिवर्तन के दौरान अपने खर्चों को नियंत्रित करने की सलाह दी जाती है क्योंकि आपके सामने अचानक से खर्चे आ सकते हैं जिन्हें संभाल पाना आपके लिए कठिन हो सकता है।
निजी जीवन में आपका सारा ध्यान परिवार में चल रहे मामलों पर हो सकता है और यह आपको परेशान कर सकते हैं।
स्वास्थ्य को देखें, तो कर्क राशि वालों को अपनी माता की सेहत पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है क्योंकि उन्हें स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय: शनिवार के दिन भगवान शिव के लिए यज्ञ/हवन करें।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए सूर्य आपके पहले भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके तीसरे भाव में प्रवेश करने जा रहे हैं।
ऐसे में, आप कार्यों में साहस एवं दृढ़ता के बल पर सफलता प्राप्त कर सकेंगे और यह आपके प्रयासों का परिणाम होगा।
सूर्य का तुला राशि का गोचर इन जातकों के लिए करियर के क्षेत्र में मुश्किल दौर लेकर आ सकता है क्योंकि आपके ऊपर काम का बोझ बढ़ सकता है।
जब बात आती है व्यापार की, तो आप एक नए बिज़नेस की शुरुआत कर सकते हैं और इसके माध्यम से आप लाभ प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
आर्थिक जीवन में सूर्य गोचर की अवधि में आप अपने प्रयासों और सही योजनाओं के दम पर ज्यादा से ज्यादा पैसा कमा सकेंगे।
निजी जीवन में सिंह राशि वाले अपने पार्टनर के साथ ख़ुश दिखाई देंगे और इसकी वजह आप दोनों का खुलकर एक-दूसरे से बात करना होगा।
सूर्य गोचर की अवधि में इन जातकों को किसी एलर्जी के कारण त्वचा पर रैशेज की समस्या परेशान कर सकती है इसलिए अपना ध्यान रखें।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ सूर्याय नमः” का 21 बार जाप करें।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य देव आपके बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, सूर्य का तुला राशि में गोचर की अवधि में आपको लंबी दूरी की यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। साथ ही, आप धन कमाने के लिए ज्यादा सजग रह सकते हैं।
करियर के क्षेत्र में आपको कार्यस्थल में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और ऐसे में, आप अपनी नौकरी से नाख़ुश नज़र आ सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप, यह जातक एक नई नौकरी की तलाश कर सकते हैं।
सूर्य गोचर की अवधि में व्यापार करने वाले जातक बिज़नेस में अपनी फील्ड बदल सकते हैं। लेकिन, यह फैसला आपके लिए अनुकूल नहीं रहने की आशंका है।
आर्थिक जीवन में आपके खर्चे बढ़ सकते हैं और आपके सामने एक के बाद एक खर्चे आ सकते हैं जो कि आपके लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं।
सूर्य के इस गोचर के दौरान परिवार में चलने वाले विवादों की वजह से पार्टनर के साथ आपकी बहस हो सकती है और ऐसे में, आप दोनों के बीच आपसी तालमेल की कमी रह सकती है।
स्वास्थ्य के मामले में आपको आंखों से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं और यह आपकी कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता का परिणाम हो सकती है।
उपाय: प्रतिदिन "ॐ बुधाय नमः" का 41 बार जाप करें।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए सूर्य देव आपके ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके पहले भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके परिणामस्वरूप, यह जातक साहस और दृढ़ता के बल पर आत्मविश्वास से भरे रहेंगे और ऐसे में, आप अपनी इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम होंगे।
करियर की बात करें तो, सूर्य का तुला राशि में गोचर के दौरान आपको काम के सिलसिले में यात्राओं पर जाना पड़ सकता है और ऐसी यात्राएं आपके उद्देश्यों की पूर्ति करेंगी।
जब बात आती है व्यापार की, तो इस अवधि में आप अच्छा खासा लाभ कमाने में सक्षम होंगे जो कि आपकी मेहनत और प्रयासों का परिणाम हो सकता है।
आर्थिक जीवन में सूर्य का यह गोचर आपको कड़ी मेहनत के बल काफ़ी धन प्रदान करेगा। ऐसे में, आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत बनी रहेगी।
प्रेम जीवन में यह जातक अपने साथी के साथ ख़ुश दिखाई देंगे जिसकी वजह आपका अच्छा व्यवहार होगा।
तुला राशि वालों की सेहत इस अवधि में अच्छी बनी रहेगी जिसका कारण आपके भीतर की दृढ़ता होगी।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ शुक्राय नमः” का 24 बार जाप करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य महाराज दसवें भाव के स्वामी हैं और अब इनका गोचर आपके बारहवें भाव में होने जा रहा है।
इसके परिणामस्वरूप, लापरवाही और योजनाओं की कमी की वजह से इन जातकों के हाथों से बेहतरीन अवसर निकल सकते हैं।
करियर के क्षेत्र में सूर्य का तुला राशि में गोचर नौकरी में बदलाव लेकर आ सकता है। सामान्य शब्दों में कहें, तो इस अवधि में मौजूदा नौकरी में संतुष्टि की कमी के चलते आप नौकरी में परिवर्तन कर सकते हैं।
व्यापार की बात करें, तो इन जातकों द्वारा व्यापार को ठीक से न चला पाने के कारण हानि का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही , प्रतिद्वंदी भी आपके लिए खतरा बन सकते हैं।
जब बात आती है आर्थिक जीवन की, तो आपको धन हानि झेलनी पड़ सकती है और इसकी वजह ध्यान की कमी एवं धन से जुड़ी योजनाओं का अभाव हो सकता है।
निजी जीवन में साथी के साथ आपके रिश्ते से खुशियां गायब रह सकती हैं जिसकी वजह आपसी समझ की कमी होने की आशंका है।
सूर्य गोचर की अवधि में आपको पैरों में दर्द की समस्या रह सकती है इसलिए अपना ध्यान रखें।
उपाय: प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें।
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए सूर्य ग्रह आपके नौवें भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
ऐसे में, सूर्य का तुला राशि में गोचर आपके लिए भाग्यशाली रहेगा और इस अवधि में आप अपनी सभी इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम होंगे।
करियर को देखें तो, यह जातक उत्साह से भरे रहेंगे और अपने करियर में प्रगति हासिल करेंगे। इसके परिणामस्वरूप, आप मन लगाकर काम करते हुए दिखाई देंगे।
व्यापार के क्षेत्र में धनु राशि वालों को हर कदम पर अपने भाग्य का साथ मिलेगा जो कि आपकी आय के साथ-साथ लाभ को बढ़ाने का काम करेगा।
आर्थिक जीवन के लिए सूर्य के इस गोचर को सकारात्मक कहा जाएगा क्योंकि इस अवधि में आप ज्यादा से ज्यादा धन लाभ कमाने की कोशिश करेंगे। ऐसे में, आप अपनी पूरी क्षमता से पैसों की बचत करने का प्रयास करेंगे।
प्रेम जीवन की बात करें, तो इस दौरान आपका रिश्ता पार्टनर के साथ खुशियों और उत्साह से भरा रहेगा। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों का रिश्ता साथी के साथ मधुर बना रहेगा।
सूर्य गोचर की अवधि में आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मज़बूत रहने से आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
उपाय: गुरुवार के दिन बुजुर्ग ब्राह्मण को दही चावल दान करें।
मकर राशि
मकर राशि वालों की कुंडली में सूर्य महाराज आपके आठवें भाव के स्वामी हैं और अब इनका गोचर आपके दसवें भाव में होने जा रहा है।
इसके फलस्वरूप, सूर्य के तुला राशि में प्रवेश के दौरान इन जातकों को अपने कार्यों पर ध्यान देने और अच्छे से योजना बनाने की आवश्यकता होगी, अन्यथा आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
करियर में आपके हाथ से नौकरी के कुछ सुनहरे अवसर निकल सकते हैं और साथ ही, सही योजनाओं के अभाव में आपको मिलने वाले नौकरी के नए अवसर भी छूट सकते हैं।
सूर्य गोचर की अवधि में आपका बिज़नेस पार्टनर के साथ विवाद या मतभेद होने की आशंका है और इस वजह से आप लाभ कमाने के अच्छे अवसर खो सकते हैं।
आर्थिक जीवन में लापरवाही के चलते आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है इसलिए आपको सतर्क रहना होगा।
निजी जीवन में जीवनसाथी के साथ बात करते हुए गलत शब्दों का चयन आप पर भारी पड़ सकता है और संभव है कि इससे नाराज़ होकर पार्टनर आपका साथ न दें इसलिए आपको बहुत सोच-समझकर बात करने की सलाह दी जाती है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से, सूर्य के तुला में प्रवेश की अवधि में आपको पैरों में दर्द की शिकायत रह सकती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ मंदाय नमः” का 44 बार जाप करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए सूर्य देव सातवें भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके नौवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
ऐसे में, इन जातकों को भाग्य और दोस्तों का साथ कदम-कदम पर मिलेगा।
करियर के क्षेत्र में सूर्य गोचर आपको काम में की गई मेहनत के लिए सराहना दिलाने का काम करेगा और साथ ही, आपका प्रदर्शन भी शानदार रहेगा।
व्यापार की बात करें, इस अवधि में व्यापार करने वाले जातक मल्टीलेवल बिज़नेस कर सकते हैं और इसके माध्यम से अच्छा लाभ कमाने में सक्षम होंगे।
आर्थिक जीवन में सूर्य का तुला राशि में गोचर भाग्यशाली रहेगा और ऐसे में, बिना अधिक मेहनत किये ज्यादा से ज्यादा पैसा कमा सकेंगे। साथ ही, आप धन की बचत करने में भी सफल रहेंगे।
निजी जीवन में इन जातकों को हर कदम पर साथी का साथ मिलने से रिश्ते में खुशियां एवं प्रेम बना रहेगा। इसके फलस्वरूप, आप प्रसन्न दिखाई देंगे।
स्वास्थ्य की दृष्टि से, सूर्य का यह गोचर कुंभ राशि वालों के लिए अच्छा रहेगा और आपको कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। ऐसे में, आओ फिट और तंदुरुस्त बने रहेंगे।
उपाय: शनिवार के दिन भगवान शिव के लिए यज्ञ/हवन करें।
मीन राशि
मीन राशि वालों की कुंडली में सूर्य देव को छठे भाव का स्वामित्व प्राप्त हैं और अब इनका गोचर आपके आठवें भाव में होने जा रहा है।
इसके फलस्वरूप, आपको अचानक से लाभ प्राप्त हो सकता है। अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं, तो आपको सफलता मिल सकती है।
सूर्य का तुला राशि में गोचर की अवधि में आप पर काम का दबाव काफी अधिक हो सकता है इसलिए आपके लिए योजना बनाकर चलना फायदेमंद साबित होगा।
बात करें व्यापार की, तो मीन राशि के व्यापार करने वाले जातकों को बिज़नेस में न ही लाभ और न ही हानि मिलने की संभावना है। लाभ की दृष्टि से, यह अवधि सामान्य रहेगी, लेकिन आपके लिए सफलता पाना मुश्किल हो सकता है।
आर्थिक जीवन में सूर्य गोचर के दौरान आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण करना होगा, अन्यथा आपको कर्ज़ लेने की नौबत आ सकती है।
प्रेम जीवन में आपको रिश्ते में पार्टनर के साथ तालमेल बिठाने की आवश्यकता होगी क्योंकि आप दोनों के रिश्ते में खुशियों का अभाव रह सकता है।
स्वास्थ्य की बात करें, तो इन लोगों को पाचन से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं जिसकी वजह कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता होने की आशंका है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” का 21 बार जाप करें।
हम आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!