वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रह को ऊर्जा का मुख्य स्रोत माना गया है। सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास बढ़ता है। सूर्य का गोचर हर महीने होता है और अब 16 नवंबर 2024 को सुबह 07 बजकर 16 मिनट पर सूर्य मंगल की राशि वृश्चिक में गोचर करने जा रहे हैं।
यह गोचर शुभ योग में होने जा रहा है। 17 नवंबर को शिव योग बन रहा है। यह योग 16 नवंबर को रात्रि को 11 बजकर 46 मिनट पर शुरू होगा और इसका समापन रात्रि 08 बजकर 20 मिनट पर होगा।
आज इस खास ब्लॉग के ज़रिए हम जानेंगे कि वृश्चिक राशि में प्रवेश करने पर सूर्य किन राशियों के जातकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लेकर आएंगे और किन राशियों के जातकों को अपने जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही सूर्य से संबंधित अन्य विशेष बातों के बारे में भी जानेंगे।
क्या है शिव योग
शिव योग को एक दिव्य योग के रूप में जाना जाता है। पंचमेष के नौवें भाव में प्रवेश करने, नवमेश के दसवें भाव में गोचर करने और दशमेश के पांचवे भाव में आने पर शिव योग का निर्माण होता है। यह योग शिक्षा और पेशे में सफलता प्रदान करता है। यह परेशानियों का सामना करने के लिए साहस और दृढ़ शक्ति देता है और व्यक्ति को अपने पेशेवर जीवन में सफल बनाता है।
16 नवंबर 2024 को सुबह 07 बजकर 16 मिनट पर सूर्य मंगल की राशि वृश्चिक में गोचर करने जा रहे हैं।
सूर्य गोचर का वृश्चिक राशि पर प्रभाव
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य दसवें भाव के स्वामी हैं और अब वह गोचर करके आपके लग्न भाव में जा रहे हैं। सूर्य के प्रभाव से आप काम के संबंध में अपने सिद्धांतों पर चलना पसंद करेंगे। इस समय आपका पूरा ध्यान सिर्फ अपने काम पर रहने वाला है। करियर के क्षेत्र में आपको नौकरी के नए और शानदार अवसर मिलने की संभावना है। इन्हें पाकर आप बेहद प्रसन्न और संतुष्ट महसूस करेंगे।
व्यापारी नई योजनाओं और आइडिया के दम पर अपने व्यावसायिक क्षेत्र में मुनाफा कमा सकते हैं। वित्तीय क्षेत्र में आप खूब धन कमाने में सफल होंगे और आप अधिक मात्रा में पैसों की बचत भी कर पाएंगे। आपको इंसेंटिव और अन्य लाभ भी मिल सकता है।
वैवाहिक जीवन में आपके और आपके पार्टनर के बीच प्रेम बना रहेगा। आप दोनों एक-दूसरे से मीठी-मीठी बाते करते हुए नज़र आएंगे। आप दोनों के बीच स्नेह बढ़ेगा। इस दौरान आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहने वाला है।। आप फिट रहेंगे और ऊर्जा से भरपूर महसूस करेंगे। इम्युनिटी के मज़बूत होने की वजह से यह सब संभव हो पाएगा। आप रोज़ “ॐ भौमाय नमः” का 27 बार जाप करें।
सूर्य ग्रह की विशेषताएं क्या हैं
कुंडली में सूर्य के मज़बूत होने पर व्यक्ति अच्छे गुणों से संपन्न होता है। इनके अंदर अंतर्ज्ञान की शक्ति और प्रेरणा होती है। जब सूर्य अनुकूल राशि में होते हैं, तो व्यक्ति को अच्छे परिणाम मिलते हैं और सूर्य किसी भी कार्य को पूरा करने में दृढ़ इच्छा शक्ति प्रदान करते हैं। ये जातक खुशमिजाज स्वभाव के होते हैं और इन्हें अपने भाग्य का साथ मिलता है। सूर्य के शुभ प्रभाव से व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा मिलती है।
सूर्य से लाभकारी प्रभाव मिलने पर जातक महत्वाकांक्षी, साहसी, प्रतिभावना, लीडर, गरिमा में रहने वाला और ऊर्जा से भरपूर बनता है। सूर्य विश्वास, अनुग्रह, उदारता, प्रसिद्धि, आशा, सुख, दयालु, वफादारी, राजसीपन, कुलीनता, उत्साह और सद्गुण प्रदान करते हैं। सूर्य देव नेतृत्व क्षमता का प्रतिनिधित्व करते हैं और इनकी कृपा मिलने पर जातक एक अच्छा लीडर बन सकता है।
वहीं अगर सूर्य पीड़ित हो, तो यह व्यक्ति को धोखेबाज़, अभिमानी, अपमान करने वाला, दूसरों से ईर्ष्या रखने वाला और क्रोधी बनाता है।
शरीर के किन अंगों पर होता है सूर्य का प्रभाव
प्रत्येक ग्रह का शरीर के कुछ अंगों पर विशेष प्रभाव होता है। मस्तक के बीचों-बीच सूर्य का स्थान है। इस ग्रह का असर हमारे मस्तिष्क और बुद्धि पर रहता है। सूर्य का प्रभाव अस्थि, अग्नाश्य, मस्तिष्क, नेत्र और हृदय पर होता है।
सूर्य के कमज़ोर होने पर जातक को हृदय से संबंधित रोग होने का खतरा रहता है। इन्हें आंखों से जुड़ी कोई बीमारी भी हो सकती है। सूर्य के नीच स्थान या कमज़ोर होने पर चेहरे पर मुहांसे, तेज बुखार, टायफाइड, मिर्गी और पित्त की शिकायत हो सकती है।
सूर्य ग्रह की प्रकृति कैसी है
सूर्य एक गर्म प्रकृति वाला ग्रह है और यह मर्दाना स्वभाव का है। इसके अलावा यह शुष्क एवं सकारात्मक ग्रह है। सूर्य देव को स्वभाव से उग्र ग्रह के रूप में जाना जाता है। जून और जुलाई के महीनों में सूर्य पूर्वी दिशा और ग्रीष्म ऋतु पर शासन करते हैं। इनका तांबे और सोने जैसी धातुओं पर आधिपत्य है।
सूर्य की किस दिन पूजा की जाती है
सूर्य देव को रविवार का दिन समर्पित है। यदि किसी व्यक्ति की सूर्य की महादशा चल रही है, तो उसे रविवार के दिन बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। सूर्य ग्रह को प्रसन्न करने के लिए किए जाने वाले उपाय विशेष रूप से रविवार के दिन किए जाते हैं। सूर्य को मज़बूत करने के लिए रविवार का व्रत रखने का विधान है।
सिंह राशि पर सूर्य देव का आधिपत्य होता है। मेष सूर्य की उच्च राशि है और सूर्य को प्रसन्न करने के लिए माणिक्य रत्न पहना जाता है।
सूर्य के लिए कौन सी जड़ी पहनें
अगर आप सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं, तो बेल मूल धारण कर सकते हैं। रविवार के दिन सूर्य के होरा और नक्षत्र में इस जड़ को धारण करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। सूर्य का कृतिका, उत्तरा फाल्गुना और उत्तरा षाढ़ा नक्षत्र पर स्वामित्व है। सूर्य के लिए एक मुखी या बारह मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं।
सूर्य के लिए किस दिन और किन चीज़ों का दान करें
सूर्य से संबंधित सभी चीज़ों का दान करने के लिए रविवार के दिन को विशेष माना गया है। इस दिन सूर्य के होरा एवं नक्षत्र में दान करने से दोगुना फल मिलता है। बता दें कि सूर्य से संबंधित वस्तुओं का दान प्रात:काल 10 बजे से पूर्व करना चाहिए।
सूर्य देव की कृपा पाने के लिए आप गुड़, तांबा, गेहूं, लाल रंग के पुष्पों, मैनसिल और खस आदि का दान कर सकते हैं।
सूर्य ग्रह को मज़बूत करने के ज्योतिषीय उपाय
- अगर आप सूर्य देव की कृपा पाना चाहते हैं या उन्हें प्रसन्न करना चाहते हैं, तो अपने पिता एवं पिता तुल्य व्यक्ति का सम्मान करें।
- प्रात:काल उठकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। सूर्य को चढ़ाने वाले जल में कुमकुम, हल्दी, लाल फूल तीनों या इनमें से कोई एक चीज़ ज़रूर डालें।
- आप रविवार के दिन व्रत करें और सरसों के तेल एवं नमक का प्रयोग बिलकुल न करें।
- इसके अलावा कपिला गाय एवं बंदरों को खाना खिलाएं।
- आप एक तांबे का लोटा या बर्तन लें और उसमें रातभर के लिए पानी भरकर छोड़ दें। इस बर्तन को आपको सोते समय अपने सिरहाने रखना है। अब सुबह उठकर आप इस पानी को ग्रहण करें।
- सीधे हाथ में तांबे का कड़ा पहनने से भी सूर्य को बल मिलता है।
- अपने नहाने के पानी में गंगा जल और लाल चंदन को घिसकर डालें। इस पानी से स्नान करने से लाभ होगा।
राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य देव आपकी कुंडली में पांचवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके परिणामस्वरूप, सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर आपके धैर्य की परीक्षा ले सकता है। साथ ही, आप इस अवधि में अपनी संतान को लेकर चिंतित दिखाई दे सकते हैं।
करियर की बात करें, तो कार्यस्थल में इन जातकों की पकड़ अपने काम से ढीली पड़ सकती है और इसकी वजह से आप सराहना प्राप्त करने में नाकाम रह सकते हैं।
व्यापार को देखें तो, सूर्य गोचर के दौरान बिज़नेस को सही से न संभाल पाने के कारण आपको हानि उठानी पड़ सकती हैं।
आर्थिक जीवन में यह अवधि आपके खर्चों को बेतहाशा बढ़ाने का काम कर सकती है। हालांकि, इसकी वजह लापरवाही और सही योजना की कमी होने की आशंका है।
निजी जीवन में गलतफ़हमियां और आपसी समझ की कमी रिश्ते में पार्टनर के साथ मतभेद या बहस की वजह बन सकती हैं जिनसे आपको बचना होगा।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर थोड़ा कमज़ोर रह सकता है क्योंकि इस दौरान आपको कमर दर्द और आँखों से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ भास्कराय नमः” का 19 बार जाप करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए सूर्य महाराज आपके चौथे भाव के स्वामी हैं जो अब गोचर करके आपके सातवें भाव में जा रहे हैं।
सूर्य देव आपके सातवें भाव में मौजूद होने से इन जातकों को परिवार के साथ किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जाना पड़ सकता है जो कि आपके उद्देश्य को पूरा करेंगी।
करियर की बात करें, तो कार्यक्षेत्र में आपको हर कदम पर सहकर्मियों और सीनियर्स का साथ मिलेगा और ऐसे में, आप काम में की जा रही कड़ी मेहनत की बदौलत अच्छा खासा नाम कमाने में सक्षम होंगे।
जब बात आती है व्यापार की, तो सूर्य गोचर के दौरान यह जातक बिज़नेस में एक नई पार्टनरशिप में आ सकते हैं जिससे आपको अच्छे रिटर्न की प्राप्ति होगी।
आर्थिक जीवन में आपको पर्याप्त मात्रा में धन की प्राप्ति होगी और ऐसे में, आप पैसों की बचत भी कर सकेंगे।
निजी जीवन में आपका ज्यादातर समय परिवार के साथ बीतेगा। साथ ही, आप जीवनसाथी के साथ घर-परिवार में चल रही समस्याओं के बारे में बात करते हुए दिखाई देंगे।
सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर आपको माता के स्वास्थ्य पर काफ़ी धन खर्च करने के लिए मज़बूर कर सकता है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ शुक्राय नमः” का 24 बार जाप करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य महाराज आपके तीसरे भाव के अधिपति देव हैं और अब इनका गोचर आपके छठे भाव में होने जा रहा है।
ऐसे में, इस अवधि में आपके द्वारा कार्यों में किये जा रहे प्रयासों में आपको सफलता की प्राप्ति होगी जो कि आपके भीतर के साहस का परिणाम होगा।
करियर के क्षेत्र में मिथुन राशि वालों की पकड़ अपने कार्यों पर मज़बूत होगी और ऐसे में, आपको सराहना के साथ लोकप्रियता की भी प्राप्ति होगी।
व्यापार को देखें तो, सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर आपकी सोच को सबसे हटकर और विशिष्ट बनाने का काम करेगा। इसके फलस्वरूप, आप ज्यादा से ज्यादा लाभ प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
आर्थिक जीवन में, यह जातक अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कर्ज़ या फिर लोन ले सकते हैं।
निजी जीवन में सूर्य गोचर के दौरान इन जातकों का व्यवहार साथी के प्रति ईमानदार रहेगा और इसकी झलक आपकी खुशियों में दिखाई देगी।
स्वास्थ्य की बात करें, तो यह लोग ऊर्जावान बने रहेंगे और ऐसे में, इनकी सेहत भी अच्छी रहेगी।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ बुधाय नमः” का 21 बार जाप करें।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए सूर्य ग्रह आपके दूसरे भाव के स्वामी हैं। अब इनका गोचर आपके पांचवें भाव में होने जा रहा है।
सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर होने से यह जातक धर्म-कर्म से जुड़े कार्यों और यात्राओं पर काफ़ी धन ख़र्च करते हुए दिखाई देंगे। साथ ही, आप संतान को लेकर चिंतित रह सकते हैं।
करियर को देखें, तो इन लोगों को इस अवधि में नौकरी के नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं जो कि आपके लिए फलदायी साबित होंगे और इनके माध्यम से आप अपना शानदार प्रदर्शन दूसरों को दिखा सकेंगे।
व्यापार की बात करें, तो सूर्य गोचर के दौरान इन जातकों का प्रदर्शन शेयर से जुड़े बिज़नेस में बेहतरीन रहेगा जिससे आपको लाभ मिलने की संभावना है।
आर्थिक जीवन में कर्क राशि वाले जितना भी पैसा कमाएंगे, वह अपने बच्चों पर खर्च करते हुए नज़र आएंगे। इस दौरान आप ट्रेड के माध्यम से भी लाभ प्राप्त करेंगे।
निजी जीवन में आप पार्टनर के साथ अपनी भावनाओं को शेयर करेंगे। ऐसे में, आपके रिश्ते में खुशियों में वृद्धि होगी।
सेहत के मामले में, सूर्य का यह गोचर आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहेगा और इस समय आपको कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या नहीं आएंगी।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ सोमाय नमः” का 21 बार जाप करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य देव आपके लग्न भाव के स्वामी हैं और अब यह गोचर करके चौथे भाव में जा रहे हैं।
इसके परिणामस्वरूप, यह लोग सूर्य गोचर के दौरान धार्मिक उद्देश्यों की वजह से लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं। हालांकि, सिंह राशि वाले अपनी संतान की प्रगति को लेकर ख़ुश दिखाई देंगे।
करियर के क्षेत्र में सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर आपको नौकरी के नए अवसर प्रदान करेगा जो आपको संतुष्टि देने का काम करेंगे।
व्यापार के क्षेत्र में सिंह राशि के जातक सामान्य बिज़नेस की तुलना में स्टॉक के माध्यम से लाभ प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
आर्थिक जीवन में आपको अप्रत्याशित रूप से धन लाभ के साथ-साथ अन्य लाभों की भी प्राप्ति होगी। ऐसे में, आप धन की अधिक बचत कर सकेंगे।
निजी जीवन में सूर्य गोचर की अवधि में आप पार्टनर पर प्रेम की बरसात करते हुए दिखाई देंगे और दूसरों के लिए एक अच्छा उदाहरण कायम करेंगे।
स्वास्थ्य की बात करें, तो इस साय आप फिट और स्वस्थ रहेंगे जो कि आपके भीतर के साहस और निडरता का परिणाम होगा।
उपाय: शनिवार के दिन शनि ग्रह की पूजा करें।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों की कुंडली में सूर्य महाराज आपके बारहवें भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर के दौरान आपको अपनी जीवनशैली में बदलाव देखने को मिल सकते हैं। साथ ही, इन लोगों का अपने भाई-बहनों के साथ मतभेद होने की आशंका है।
करियर की बात करें, तो आप तरक्की के लिए नौकरी बदलने का मन बना सकते हैं और संभव है कि यह जातक अपनी मौजूदा नौकरी से ख़ुश न हो।
व्यापार के संबंध में सही योजना न बनाकर चलने की वजह से आप लाभ कमाने में पीछे रह सकते हैं। साथ ही, आपके हाथ से बिज़नेस के संबंध में कुछ बेहतरीन अवसर निकल सकते हैं।
आर्थिक जीवन में इन जातकों को छोटी दूरी की यात्राओं के माध्यम से लाभ की प्राप्ति होगी। लेकिन, इस तरह की यात्राएं आपके लक्ष्यों को पूरा करने में असफल रह सकती हैं।
निजी जीवन में, कन्या राशि वालों को अपने पार्टनर के साथ ज्यादा समय बिताने का मौका नहीं मिलने की संभावना है क्योंकि आप दोनों की किसी बात को लेकर बहस हो सकती है।
स्वास्थ्य की बात करें, तो सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर आपको कमर दर्द की समस्या दे सकता है जिसकी वजह तनाव हो सकता है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ बुधाय नमः” का 21 बार जाप करें।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए सूर्य देव आपके ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और इनका गोचर अब आपके दूसरे भाव में होने जा रहा है।
ऐसे में, सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर संकेत करता है कि इस दौरान आपका सारा ध्यान अपनी आर्थिक स्थिति को मज़बूत करने में होगा। साथ ही, आपकी रुचि ज्यादा से ज्यादा धन की बचत करने में होगी।
करियर के क्षेत्र में आपको काम के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ सकती है और इसके माध्यम से आपको लाभ प्राप्त होगा। ऐसे में, आप संतुष्ट दिखाई देंगे।
व्यापार की बात करें, तो सूर्य गोचर के दौरान कुंभ राशि के व्यापार करने वाले जातक बिज़नेस में नई डील करके अपने लाभ को बढ़ाने का काम करेंगे। साथ ही, आप एक अच्छे प्रतिद्वंदी साबित होंगे।
आर्थिक जीवन में आपको पर्याप्त मात्रा में धन कमाने के अवसर प्राप्त होंगे, लेकिन आप जितना भी पैसा कमाएंगे, उसकी बचत करने में नाकाम रह सकते हैं।
निजी जीवन में, आपकी वाणी की मधुरता पार्टनर को खुश करने का काम करेगी और ऐसे में, आप दोनों का रिश्ता मज़बूत होगा।
स्वास्थ्य की बात करें, तो सूर्य गोचर की अवधि में आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मज़बूत रहेगी और इसके परिणामस्वरूप, आपको कोई स्वास्थ्य समस्या परेशान नहीं करेगी।
उपाय: प्रतिदिन नारायणीयम् का पाठ करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य महाराज आपके दसवें भाव के स्वामी है जो अब गोचर करके आपके लग्न भाव में जा रहे हैं।
बता दें कि इस भाव में सूर्य देव की उपस्थिति आपको काम के संबंध में सिद्धांतों पर चलने वाला व्यक्ति बनाने का काम करेगी। साथ ही, इस अवधि में आपका सारा ध्यान काम पर केंद्रित होगा।
करियर की बात करें, तो सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर आपको नौकरी के नए अवसर दे सकता है जिससे आप बेहद खुश और संतुष्ट दिखाई देंगे।
व्यापार को देखें तो, इन जातकों के मन में व्यापार के नए आइडिया आ सकते हैं जिसके बल पर आप अच्छा लाभ प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
आर्थिक जीवन में वृश्चिक राशि वाले सूर्य गोचर के दौरान काफ़ी धन कमाने में सफल रहेंगे और ऐसे में, आप अच्छी मात्रा में पैसों की बचत भी कर सकेंगे। साथ ही, आपको इंसेंटिव और अन्य लाभ भी मिलने के योग बनेंगे।
निजी जीवन में आप पार्टनर के साथ बात करते समय अपनी वाणी में मिठास बनाए रखेंगे और इस वजह से आपका रिश्ता प्रेम एवं सौहार्द से पूर्ण बना रहेगा।
स्वास्थ्य के मामले में, सूर्य गोचर की अवधि में आप फिट रहेंगे जो कि आपके ऊर्जावान रहने और मज़बूत रोग प्रतिरोधक क्षमता का परिणाम होगा।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ भौमाय नमः” का 27 बार जाप करें।
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए सूर्य महाराज आपके नौवें भाव के अधिपति देव हैं और अब यह आपके बारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, सूर्य के राशि परिवर्तन की अवधि में आप पिता के साथ किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं।
करियर के क्षेत्र में इन जातकों को काम के सिलसिले में लंबी दूरी की यात्रा पर जाना पड़ सकता है।
व्यापार की बात करें, तो सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर के दौरान आपको व्यापार को चलाने के लिए दूर की यात्रा पर जाना पड़ सकता है जो आपके लिए फलदायी साबित होगी।
आर्थिक जीवन को देखें, तो यह अवधि आपके लिए आय और खर्चे दोनों लेकर आ सकती है। ऐसे में, आपको इनके बीच संतुलन कायम करते हुए आगे बढ़ना होगा।
निजी जीवन में सूर्य गोचर के दौरान साथी के साथ बहस होने की आशंका है जिसकी वजह गलतफहमी और आपसी समझ की कमी हो सकती है।
स्वास्थ्य के मामले में, धनु राशि वालों को पैरों में दर्द की शिकायत रह सकती है जो कि कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता का परिणाम हो सकता है।
उपाय: गुरुवार के दिन बृहस्पति ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
मकर राशि
मकर राशि वालों के लिएमें सूर्य देव आपके आठवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, इन जातकों को सूर्य गोचर की अवधि में पैतृक संपत्ति या इंश्योरेंस आदि के माध्यम से अप्रत्याशित धन मिल सकता है। साथ ही, आप जीवन में चल रही तमाम समस्याओं को पार करने में सफल रहेंगे।
करियर की बात करें, तो मकर राशि के जातकों के लिए यह समय नौकरी के नए अवसर लेकर आ सकता है और इस तरह के अवसर आपकी आशाओं को बनाए रख सकते हैं।
व्यापार को देखें, तो बिज़नेस के संबंध में किये गए प्रयासों में आप सफलता हासिल करेंगे और साथ ही, आपको अचानक से धन लाभ की प्राप्ति होगी।
आर्थिक जीवन में सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर आपको इंसेंटिव और अन्य माध्यमों से लाभ करवाने का काम करेगा। ऐसे में, आप धन की बचत करने में सक्षम होंगे।
निजी जीवन में आप इस अवधि में पार्टनर के साथ बेहतरीन तालमेल का आनंद लेंगे और इसके परिणामस्वरूप, आपका रिश्ता खुशियों से भरा रहेगा।
स्वास्थ्य को देखें, तो इन जातकों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मज़बूत रहने की वजह से इनका स्वास्थ्य उत्तम बना रहेगा।
उपाय: शनिवार के दिन हनुमान जी के लिए यज्ञ/हवन करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य देव सातवें भाव के स्वामी हैं और अब यह गोचर करके आपके दसवें भाव में जा रहे हैं।
इस अवधि में, यह जातक नए दोस्त बनाने और नए लोगों से मेलजोल बढ़ाने में सफल रहेंगे। इसके अलावा, इस दौरान आपको लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है।
करियर के क्षेत्र में सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर आपको मौजूदा नौकरी में प्रमोशन और वरिष्ठों एवं सहकर्मियों का साथ दिलाएगा। ऐसे में, आप पर्याप्त धन लाभ कमा सकेंगे।
व्यापार को देखें, तो कुंभ राशि के जातक सूर्य गोचर के दौरान बिज़नेस में एक नई पार्टनरशिप में प्रवेश कर सकते हैं और इसके फलस्वरूप, आप अच्छा मुनाफा प्राप्त करने में सफल रहेंगे।
आर्थिक जीवन की बात करें, तो आप ज्यादा से ज्यादा पैसों की बचत कर सकेंगे और इसे लंबे समय तक बनाए रखेंगे।
निजी जीवन की बात करें, तो सूर्य गोचर की अवधि में आपका रिश्ता जीवनसाथी के साथ दोस्ताना रहेगा और ऐसे में, आप बेहतरीन आपसी तालमेल का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे।
बात करें स्वास्थ्य की, तो इन लोगों की सेहत अच्छी रहेगी और आप पूरी तरह से फिट रहेंगे जो कि आपके भीतर की ऊर्जा का परिणाम होगी।
उपाय: शनिवार के दिन गरीबों को भोजन का दान करें।
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए सूर्य ग्रह आपके छठे भाव के अधिपति देव हैं और अब इनका गोचर आपके नौवें भाव में होने जा रहा है।
सूर्य देव की इस भाव में उपस्थिति के दौरान आप परिवार के साथ किसी तीर्थस्थल की यात्रा पर जा सकते हैं। साथ ही, इन जातकों को कार्यों में किये जा रहे प्रयासों में सफलता की प्राप्ति होगी।
करियर की बात करें, तो कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने में भाग्य आपका साथ देगा। इन जातकों की किस्मत इन्हें जीवन में आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करेगी।
व्यापार के क्षेत्र में सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर बिज़नेस को चलाने के लिए लंबी दूरी की यात्रा करवा सकता है जिससे आपको अच्छा खासा लाभ प्राप्त होगा।
आर्थिक जीवन में अगर आपको धन प्राप्त होगा, तो आपके खर्चे भी बने रहेंगे और इन परिस्थितियों से निपटने के लिए आपको योजना बनाकर चलना होगा।
निजी जीवन को देखें, तो मीन राशि वाले अपने साथी के प्रति वफादार रहेंगे और ऐसे में, आप दोनों रिश्ते का आनंद लेते हुए नज़र आएंगे।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, सूर्य गोचर के दौरान आपकी फिटनेस मज़बूत बनी रहेगी और आपको कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या परेशान नहीं करेगी।
उपाय: गुरुवार के दिन गुरु ग्रह की पूजा करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. सूर्य का ज्योतिष में क्या महत्व है?
ज्योतिष में सूर्य देव को नवग्रहों के राजा कहा जाता है जो आत्मा, पिता, सत्ता और मान-सम्मान के कारक हैं।
2. वृश्चिक राशि में सूर्य का गोचर कब होगा?
सूर्य ग्रह 16 नवंबर 2024 को वृश्चिक राशि में गोचर कर जाएंगे।
3. सूर्य ग्रह किस राशि के स्वामी हैं?
राशि चक्र में सूर्य देव को सिंह राशि का स्वामित्व प्राप्त है।