वैदिक ज्योतिष में शुक्र देव को प्रमुख ग्रह माना गया है जो कि प्रेम, विवाह, भोग-विलास एवं ऐश्वर्य आदि के कारक हैं। सामान्य शब्दों में कहें तो, शुक्र ग्रह की कृपा से व्यक्ति का प्रेम जीवन हमेशा ख़ुशहाल और सुखी बना रहता है। अब साल 2024 के अंतिम एवं बारहवें महीने दिसंबर में शुक्र का मकर राशि में गोचर होने जा रहा है और यह राशियों सहित देश-दुनिया में कई बड़े बदलाव लेकर आ सकता है। जिन लोगों की कुंडली में शुक्र देव शुभ स्थिति में होते हैं, उनकी लव लाइफ शानदार होती है। इसके विपरीत, कमज़ोर शुक्र वाले जातकों को प्रेम जीवन में अनेक समस्याओं का सामना करन पड़ता है। इस क्रम में, शुक्र का यह गोचर आपकी राशि को सकारात्मक या नकारात्मक किस तरह से प्रभावित करेगा? क्या साथी के साथ रिश्ते में बढ़ेंगी परेशानियां? आदि के जवाब आपको हम प्रदान करेंगे।
ॐ एस्ट्रो के इस विशेष ब्लॉग में आपको “शुक्र का मकर राशि में गोचर” से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त होगी जैसे समय, तिथि आदि। जैसे कि हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि ग्रहों के गोचर संसार को प्रभावित करते हैं और ऐसे में, शुक्र के इस गोचर से मानव जीवन का कोई पहलू जैसे करियर, व्यापार, वैवाहिक जीवन आदि अछूता नहीं रहेगा इसलिए यहाँ हम आपको राशि चक्र की सभी 12 राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में पहले से ही अवगत करवा रहे हैं ताकि आप बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकें। साथ ही, शुक्र गोचर के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए सरल उपाय भी प्रदान कर रहे हैं। तो आइए आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले जानते हैं शुक्र का मकर राशि में गोचर की तिथि और समय।
शुक्र का मकर राशि में गोचर: तिथि और समय
ज्योतिष के अनुसार, शुक्र महाराज लगभग 27 दिनों में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर कर जाते हैं। बता दें कि अब शुक्र ग्रह 02 दिसंबर 2024 की सुबह 11 बजकर 46 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इस राशि के स्वामी शनि ग्रह हैं और यह शुक्र ग्रह के मित्र माने गए हैं। ऐसे में, इनका प्रभाव कुछ राशियों के लिए बहुत शुभ रहेगा जबकि कुछ राशियों के लिए यह समस्याएं लेकर आ सकते हैं। चलिए अब हम जानते हैं शुक्र के महत्व के बारे में।
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शुक्र ग्रह का ज्योतिषीय महत्व
वैदिक ज्योतिष में शुक्र महाराज का संबंध धन-समृद्धि, सौंदर्य, आकर्षण, ख़ुशी, प्रेम संबंध और प्रेम जीवन में संतुष्टि से माना गया है। इन्हें राशि चक्र में वृषभ और तुला राशि का स्वामित्व प्राप्त है। वहीं, करियर में शुक्र ग्रह कला, रचनात्मकता, कविता, संगीत, डिजाइनिंग, आभूषण, कीमती रत्न, लक्ज़री और फैशन आदि को दर्शाते हैं। हालांकि, सूर्य और चंद्रमा के अलावा कोई ग्रह या तारा सबसे ज्यादा चमकदार है, तो वह शुक्र ग्रह है। शुक्र ग्रह को सफेद रंग अति प्रिय है इसलिए इनको प्रसन्न करने के लिए सफेद चीज़ों जैसे सफेद खाद्य पदार्थ, चांदी के आभूषण, सफेद कपड़े, और हीरे आदि का उपयोग एवं दान किया जाता है।
कुंडली के 12 भाव और शुक्र का प्रभाव
प्रथम/लग्न भाव में शुक्र
कुंडली के पहले/लग्न भाव में शुक्र ग्रह की उपस्थिति आपको सुंदर और तेजस्वी बनाती है। आप शारीरिक रूप से स्वस्थ होंगे और आप नए-नए कपड़ों के शौकीन होंगे।
दूसरे भाव में शुक्र
जब शुक्र महाराज दूसरे भाव में बैठे होते हैं, तो जातक बेहद सुंदर और आकर्षक व्यक्तित्व का होता है। वह बुद्धिमान और मधुर बोलने वाले होते हैं।
तीसरे भाव में शुक्र
तीसरे भाव में शुक्र देव की मौजूदगी जातक को उत्साह से भरती है और इनका स्वभाव बेहद विनम्र और मौज-मस्ती करने वाला होता है। साथ ही,घूमने-फिरने के शौक़ीन होते हैं।
चौथे भाव में शुक्र
जिन जातकों की कुंडली में शुक्र चौथे भाव में स्थित होते हैं, वह जातकों को जीवन के अधिकतर क्षेत्रों में शुभ परिणाम देते हैं। यह लोग दिल के अच्छे और हमेशा खुश रहने वाले होते हैं।
पा
पांचवें भाव में शुक्र
शुक्र महाराज की पांचवें भाव में उपस्थिति जातक के लिए बहुत शुभ रहती है। ऐसे लोग भगवान को मानने वाले और दान-पुण्य करने वाले होते है।
छठे भाव में शुक्र
कुंडली के छठे भाव में शुक्र ग्रह की स्थिति व्यक्ति को अच्छे और बुरे दोनों तरह के परिणाम देती है। यहां बैठे शुक्र आपको विवेकवान बनाने के साथ-साथ डरपोक भी बनाने का काम करते हैं।
सातवें भाव में शुक्र
अगर शुक्र आपके सातवें भाव में विराजमान होते हैं, तो आपको मिले-जुले परिणाम देते हैं। इन जातकों का स्वभाव चंचल होने के साथ-साथ विलासिता पसंद करने वाला होता है।
आठवें भाव में शुक्र
शुक्र ग्रह के आठवें भाव में बैठे होने से आप बेहद सुंदर होंगे। साथ ही, आप ख़ुश रहने वाले निडर स्वभाव के इंसान होंगे। संभव है कि आप विद्वान और धर्मात्मा आदि हों।
नौवें भाव में शुक्र
जिन जातकों की कुंडली में शुक्र देव नौवें भाव में बैठे होते हैं, वह शारीरिक रूप से मज़बूत होते हैं और इनमें अनेक गुण मौजूद होते हैं। साथ ही, इन्हें भगवान पर काफ़ी विश्वास होता है।
दसवें भाव में शुक्र
दसवें भाव में विराजमान शुक्र आपको शारीरिक रूप से आकर्षक बनाते हैं। साथ ही, इन लोगों का स्वभाव बहुत शांत और मिलनसार होता है इसलिए आप विवादों से बचना पसंद करते हैं।
ग्यारहवें भाव में शुक्र
यदि किसी की कुंडली में शुक्र ग्रह ग्यारहवें भाव में स्थित होते हैं, तो आपको शुभ परिणाम प्रदान करते हैं। आपका व्यक्तित्व आकर्षक होगा और साथ ही, आपकी रुचि नृत्य में होगी।
बारहवें भाव में शुक्र
कुंडली में शुक्र बारहवें भाव में बैठे होने के कारण आप तेजस्वी होंगे और लोगों को मान-सम्मान देने वाले होंगे। आपको जीवन में कभी भी धन-संपत्ति की कमी नहीं होती है।
शुक्र गोचर के दौरान करें ये सरल उपाय
- शुक्र ग्रह को मज़बूत एवं प्रसन्न करने के लिए शुक्रवार के दिन व्रत करें।
- प्रतिदिन शुक्र देव के मंत्र “शुं शुक्राय नम:” का 108 बार जाप करें।
- कुंडली में शुक्र को बली करने के लिए शुक्रवार के दिन सफेद वस्तुओं जैसे कि दही, दूध, आटा, चीनी, घी आदि का दान करना चाहिए।
- रत्नों के राजा कहे जाने वाले हीरे को शुक्र का रत्न माना गया है इसलिए कुंडली में शुक्र की स्थिति को मजबूत करने के लिए आप हीरा धारण कर सकते हैं। लेकिन, इसे पहनने से पहले किसी विद्वान ज्योतिषी से परामर्श अवश्य करें।
- गाय को सुबह-सुबह रोटी खिलाएं।
शुक्र का मकर राशि में गोचर 2024: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि वालों केलिए शुक्र महाराज आपके दूसरे भाव और सातवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके दसवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को काम और करियर में प्रगति को लेकर सजग रहना होगा। इन दोनों को ही आपको अत्यधिक महत्व देना होगा।
करियर की बात करें, तो शुक्र का मकर राशि में गोचर की अवधि में भाग्य आपका साथ देगा और इस दौरान आपको काम के सिलसिले में काफ़ी यात्राएं करनी पड़ेंगी। साथ ही आप लाभ कमाने में भी सक्षम होंगे।
व्यापार को देखें तो, जो जातक अपना व्यापार करते हैं, वह नई पार्टनरशिप में आ सकते हैं और अच्छा ख़ासा लाभ कमाने में सफल हो सकते हैं। इन लोगों को व्यापार के संबंध में लंबी दूरी की यात्रा पर जाना पड़ सकता है।
आर्थिक जीवन में शुक्र गोचर के दौरान आपको काफ़ी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं और इन यात्राओं के माध्यम से आप अच्छा पैसा कमाने के साथ-साथ धन की बचत करने में भी सक्षम होंगे।
निजी जीवन में आपको परिवार में समस्याओं से जूझना पड़ सकता है और इसके परिणामस्वरूप, आप तनाव में आ सकते हैं।
शुक्र का यह गोचर आपको आंखों में दर्द की समस्या दे सकता है जिसकी वजह आपकी कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता हो सकती है।
उपाय: शनिवार के दिन राहु ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र ग्रह आपके लग्न और छठे भाव के स्वामी हैं। अब यह गोचर करके आपके नौवें भाव में जा रहे हैं।
ऐसे में, शुक्र का मकर राशि में गोचर आपके लिए तीर्थस्थल की यात्राएं लेकर आ सकता है जो कि लंबी दूरी की हो सकती हैं।
करियर के क्षेत्र में आपको नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे जिसके चलते आप ख़ुश और संतुष्ट दिखाई देंगे। ऐसे में, आप प्रगति हासिल करेंगे।
व्यापार की बात करें, तो इस दौरान आपको लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है। इनके माध्यम से आपको लाभ और सफलता दोनों की प्राप्ति होगी।
आर्थिक जीवन में वृषभ राशि वालों के सामने एक के बाद एक खर्चे आ सकते हैं और संभव है कि किस्मत का साथ भी न मिले।
निजी जीवन की बात करें, तो शुक्र गोचर की अवधि में आप तनाव में रह सकते हैं जिसके चलते आपके रिश्ते से ख़ुशियां नदारद रह सकती हैं।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, शुक्र गोचर के दौरान आपको पैरों में दर्द और अकड़न की समस्या परेशान कर सकती है इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखने की आपको सलाह दी जाती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ बृहस्पतये नमः” का 21 बार जाप करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, इन लोगों का झुकाव अध्यात्म के प्रति बढ़ सकता है जिससे आपको लाभ मिलने की संभावना है।
बात करें करियर की, तो शुक्र का मकर राशि में गोचर के दौरान नौकरी में दबाव और काम से नाख़ुश न होने की वजह से आप नौकरी में बदलाव कर सकते हैं। ऐसे में, आपको काम ध्यान से करने के साथ-साथ मन लगाकर करने की जरूरत होगी।
व्यापार की बात करें, तो अगर आप सट्टेबाजी से जुड़े हैं, तो आपको काफ़ी लाभ प्राप्त होने के योग बनेंगे।
आर्थिक जीवन में अगर आपका संबंध अध्यात्म और धार्मिक कार्यों से है, तो इन जातकों को लाभ के माध्यम से काफ़ी धन की प्राप्ति होगी।
निजी जीवन में शुक्र गोचर की अवधि में आपकी बहस पार्टनर के साथ हो सकती है इसलिए आपको सावधानी बरतनी होगी।
स्वास्थ्य के मामले में, इन जातकों को अपने बच्चों के साथ समय बिताने की सलाह दी जाती है क्योंकि उन्हें एलर्जी की शिकायत रह सकती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ बुधाय नमः” का 19 बार जाप करें।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र महाराज आपके चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब गोचर करके आपके सातवें भाव में जा रहे हैं।
शुक्र का मकर राशि में गोचर के दौरान परिवार में खुशियों की कमी देखने को मिल सकती हैं जिसकी वजह आपके घर-परिवार में चलने वाली समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही, दोस्तों का साथ भी न मिलने की आशंका है।
करियर के क्षेत्र में आपको नौकरी में प्रगति पाने की राह में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, काम में वरिष्ठों से सराहना न मिलने की संभावना है।
शुक्र गोचर की अवधि में व्यापार करने वाले जातकों को अच्छा लाभ कमाने के मार्ग में उतार-चढ़ाव से जूझना पड़ सकता है क्योंकि आपको प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है।
आर्थिक जीवन को देखें, तो कर्क राशि के जातकों को अपनी लापरवाही की वजह से आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है इसलिए आपको सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
निजी जीवन में आप रिश्ते में खुशियां बनाए रखने में असफल रह सकते हैं और इसकी वजह आपसी विश्वास की कमी हो सकती है।
स्वास्थ्य के लिहाज से, शुक्र के इस गोचर के दौरान आपको सर्दी-खांसी से जुड़ी समस्याएं घेर सकती हैं जिसके चलते आप कमज़ोर महसूस कर सकते हैं।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ राहवे नमः” का 21 बार जाप करें।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों की कुंडली में शुक्र महाराज तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, शुक्र का मकर राशि में गोचर आपको अप्रत्याशित रूप से जैसे कि लोन या अन्य माध्यमों से धन लाभ करवा सकता है। इस दौरान आपका ज्यादातर समय यात्राओं में बीतेगा।
जब बात आती है करियर की, तो यह जातक तरक्की और बेहतर संभावनाओं के लिए नौकरी में बदलाव करते हुए दिखाई दे सकते हैं।
व्यापार करने वाले जातकों के लिए शुक्र का मकर राशि में प्रवेश ज्यादा अनुकूल नहीं कहा जा सकता है क्योंकि इस दौरान आप तरक्की पाने में सफल नहीं हो पाएंगे। ऐसे में, आपको हानि उठानी पड़ सकती है।
आर्थिक जीवन की बात करें, तो इस अवधि में आपको भाग्य का साथ न मिलने की वजह से आर्थिक नुकसान हो सकता है जिसके चलते आपके खर्चे बढ़ सकते हैं।
निजी जीवन में शुक्र गोचर के दौरान आपके और साथी के बीच आपसी समझ की कमी रह सकती है जो आप दोनों के बीच विवाद की वजह बन सकती है।
सिंह राशि वालों को इस अवधि में तेज़ बुखार होने की आशंका है और यह आपकी कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता का परिणाम हो सकता है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ वायुपुत्राय नमः” का 21 बार जाप करें।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र ग्रह आपके दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब इनका गोचर आपके पांचवें भाव में होने जा रहा है।
शुक्र का मकर राशि में गोचर के दौरान आपके द्वारा कार्यों में किए जा रहे प्रयास सफल हो सकते हैं। साथ ही, आपका झुकाव रचनात्मकता में हो सकता है।
करियर के क्षेत्र में, इस अवधि में आपको नौकरी के कुछ बेहतरीन अवसर मिल सकते हैं जिससे आपको धन लाभ मिलने का मार्ग प्रशस्त होगा।
व्यापार की बात करें तो, इन जातकों को शुक्र गोचर की अवधि में सट्टेबाजी से जुड़े कामों में सफलता प्राप्त होगी और इस तरह के बिज़नेस से आपको मुनाफा होने के योग बनेंगे।
आर्थिक जीवन में कन्या राशि के जातक अपनी धन प्रबंधन की क्षमताओं को इस तरह से मज़बूत बनाएंगे कि आप ज्यादा से ज्यादा धन की बचत कर सकेंगे।
निजी जीवन में आपके और साथी के बीच आपसी तालमेल की कमी देखने को मिल सकती है जिसकी वजह आपके रिश्ते में विश्वास की कमी हो सकती है।
स्वास्थ्य को देखें तो, शुक्र गोचर की अवधि में आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी जो कि मज़बूत रोग प्रतिरोधक क्षमता से संभव हो सकेगा।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ वासुदेवाय नमः” का 41 बार जाप करें।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए शुक्र देव आपके लग्न और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, शुक्र गोचर की अवधि में आपकी सुख-सुविधाओं में कमी आने के साथ-साथ आपको घर-परिवार में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, आप पर कर्ज़ बढ़ने की आशंका है।
करियर की बात करें तो, कार्यस्थल में बेहतरीन काम के लिए सराहना न मिलने के कारण आपका वरिष्ठों के साथ मतभेद हो सकता है। ऐसे में, आप बैचैन नज़र आ सकते हैं।
शुक्र का मकर राशि में गोचर के दौरान व्यापार करने वाले जातकों को अपने बिज़नेस पार्टनर के साथ समस्याओं से जूझना पड़ सकता है और इस वजह से आपको मिलने वाला लाभ कम रह सकता है।
आर्थिक जीवन में आपको धन हानि हो सकती है जो कि आपकी लापरवाही का नतीजा हो सकती है।
निजी जीवन में तुला राशि वालों को अपने रिश्ते में आपसी तालमेल बनाए रखने में मुश्किल का अनुभव हो सकता है और इसकी वजह घर-परिवार में चल रही समस्या हो सकती है।
स्वास्थ्य को देखें तो, इन जातकों को अपनी माता के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य पर भी धन खर्च करना पड़ सकता है।
उपाय: शुक्रवार के दिन शुक्र ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र महाराज आपके सातवें और बारहवें भाव के अधिपति देव हैं। अब यह आपके तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
शुक्र का मकर राशि में गोचर आपके तीसरे भाव में होने की वजह से पड़ोसियों और दोस्तों के साथ समस्याएं पैदा हो सकती हैं। साथ ही, आपको किसी यात्रा के दौरान धन हानि हो सकती है।
करियर के क्षेत्र में इन जातकों का मान-सम्मान वरिष्ठों की नज़रों में कम हो सकता है और यह आपके लिए चिंता का विषय बन सकता है।
व्यापार की बात करें, तो शुक्र का मकर राशि में गोचर के दौरान व्यापार के विस्तार को लेकर आपका पार्टनर के साथ विवाद या मतभेद हो सकता है।
आर्थिक जीवन में धन का प्रबंधन सही तरीके से न करने के कारण आपको भारी नुकसान हो सकता है जो कि आपके लिए समस्या बन सकता है।
निजी जीवन में साथी के साथ रिश्ते में बातचीत का अभाव रह सकता है और यह आप दोनों के बीच विवाद की वजह बनेगा।
स्वास्थ्य के मामले में आपको चेहरे और पैरों में दर्द की शिकायत रह सकती है इसलिए आपको अपना ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ हनुमते नमः” का 11 बार जाप करें।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र देव आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, इन जातकों को लोन या ट्रेवल के माध्यम से धन लाभ होने की संभावना है। शुक्र का मकर राशि में गोचर के दौरान आपकी रुचि ट्रेवल में बढ़ सकती है।
करियर की बात करें तो, इस अवधि में आप नौकरी से असंतुष्ट नज़र आ सकते हैं जिसकी वजह आप पर बढ़ता काम का दबाव होने की आशंका है।
धनु राशि के व्यापार करने वाले जातकों को प्रतिद्वंदियों की तरफ से कड़ी टक्कर मिल सकती है और ऐसे में, वह आपसे अधिक लाभ कमाने में सक्षम होंगे।
आर्थिक जीवन में आपके खर्चे लगातार बढ़ सकते हैं और इस वजह से आपको लोन लेने की नौबत आ सकती है।
निजी जीवन में घर-परिवार में चल रहे विवादों की वजह से इन जातकों के रिश्ते से ख़ुशियाँ नदारद रह सकती हैं।
स्वास्थ्य की बात करें तो, आपको आंखों से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं और साथ ही, आँखों में दर्द भी रह सकता है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ भैरवाय नमः” का 41 बार जाप करें।
मकर राशि
मकर राशि वालों की कुंडली में शुक्र महाराज आपके पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। अब यह गोचर करके आपके पहले/लग्न भाव में जा रहे हैं।
शुक्र का मकर राशि में गोचर आपके लिए अनुकूल रहेगा और ऐसे में, यह आपके जीवन में ख़ुशियां, मानसिक शांति और प्रेम लेकर आएगा। साथ ही, ट्रेवल के माध्यम से आपको खुशियां मिलेंगी।
करियर के क्षेत्र में आपको अपनी मेहनत के बल पर सराहना और लाभ की प्राप्ति होगी। साथ ही, आपकी वेतन में वृद्धि के भी योग बनेंगे।
बात करें व्यापार की तो, धनु राशि वाले व्यापार में अपनी समझ और बेहतरीन क्षमताओं के कारण अच्छा ख़ासा मुनाफा कमाने में सक्षम होंगे।
शुक्र के इस गोचर के दौरान आपको भाग्य का साथ मिल सकेगा और ऐसे में, आप ज्यादा से ज्यादा बचत करने में सक्षम होंगे।
निजी जीवन में पार्टनर और आपका रिश्ता प्रेमपूर्ण बना रहेगा जो कि आप दोनों की एक-दूसरे के प्रति ईमानदारी का परिणाम होगा।
शुक्र का मकर राशि में गोचर आपके स्वास्थ्य के लिए अनुकूल रहेगा और आप स्वस्थ रहेंगे। यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता का परिणाम होगा।
उपाय: प्रतिदिन दुर्गा चालीसा का जाप करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र देव आपके चौथे एवं नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह गोचर करके आपके बारहवें भाव में जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, शुक्र का मकर राशि में गोचर आपके लिए स्थान या निवास स्थान में परिवर्तन लेकर आ सकता है। साथ ही, आपको धार्मिक यात्राओं से लाभ प्राप्त होगा।
करियर के क्षेत्र में आपको काम के सिलसिले में विदेश जाने का अवसर मिलेगा जो कि आपके लिए फलदायी साबित होगा।
इस राशि के व्यापार करने वाले जातकों में आत्मविश्वास की कमी नज़र आ सकती है जिसकी वजह भविष्य को लेकर आपकी चिंता हो सकती है।
आर्थिक जीवन में शुक्र गोचर के दौरान आप अपने घर को दोबारा बनवाने या रेनोवेट करवाने में काफ़ी पैसा खर्च कर सकते हैं जिसकी वजह से आपको हानि उठानी पड़ सकती है।
निजी जीवन में आपको साथी के साथ अनचाहे विवादों का सामना करना पड़ सकता है जिसके कारण रिश्ते में ख़ुशियों की कमी रह हो सकती है।
इन जातकों को पैरों और घुटनों में दर्द की समस्या रह सकती है इसलिए आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ शिवाय नमः” का 11 बार जाप करें।
मीन राशि
मीन राशि वालों की कुंडली में शुक्र महाराज आपके तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, शुक्र का मकर राशि में गोचर आपको अप्रत्याशित रूप से धन लाभ करवा सकता है जो कि आपके पास पैतृक संपत्ति या छोटी दूरी की यात्रा के माध्यम से आ सकता है।
करियर के क्षेत्र में आपको प्रमोशन के साथ-साथ इंसेंटिव मिलने की संभावना है और ऐसे में, आप प्रसन्न दिखाई देंगे।
व्यापार के संबंध में शुक्र का यह गोचर आपकी सभी मनोकामनाओं को पूरा करने का काम करेगा और ऐसे में, आप ख़ूब मुनाफा कमाएंगे।
आर्थिक जीवन में आपको ट्रेड के माध्यम से अच्छा लाभ प्राप्त होगा और आप ज्यादा से ज्यादा धन की बचत कर सकेंगे।
निजी जीवन में आपके और साथी के रिश्ते से खुशियां गायब रह सकती हैं और ऐसे में, आपको पार्टनर के साथ विवादों का सामना करना पड़ सकता है।
स्वास्थ्य के मामले में आप एकदम फिट दिखाई देंगे और इसके परिणामस्वरूप, आप संतुष्ट रहेंगे।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ शिवाय नमः” का 11 बार जाप करें।
हम आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। Om Asttro के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. शुक्र का मकर राशि में गोचर कब होगा?
शुक्र देव 02 दिसंबर 2024 को शनि देव की राशि मकर में गोचर कर जाएंगे।
2. शुक्र की राशि कौन सी है?
राशि चक्र में शुक्र देव को वृषभ और तुला राशि का स्वामित्व प्राप्त है।
3. शुक्र एक राशि में कितने दिन रहते हैं?
ज्योतिष के अनुसार, शुक्र देव हर 26 दिन बाद अपनी राशि परिवर्तन करते हैं।