चंद्र ग्रहण 2025: Om Asttro अपने पाठकों को समय-समय पर ज्योतिष की दुनिया में होने वाले बदलावों से अवगत करवाता रहा है। आज यहाँ हम आपको “चंद्र ग्रहण 2025” के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी करेंगे। बता दें कि साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण जल्द ही मार्च के महीने में लगने जा रहा है। इस विशेष लेख में हम चंद्र ग्रहण की तिथि और समय के बारे में बात करेंगे। साथ ही, इसके शुरू और समाप्ति काल से भी आपको रूबरू कराएंगे। इसके अलावा, यह चंद्र ग्रहण देश-दुनिया को किस तरह प्रभावित करेगा? इस ग्रहण को कहां-कहां देखा जा सकता है और क्या है यह भारत में दिखाई देगा? सूतक काल मान्य होगा या नहीं? चंद्र ग्रहण के दौरान नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए किन उपायों को आप कर सकते हैं? इसके बारे में भी हम विस्तार से चर्चा करेंगे।
चंद्र ग्रहण 2025 का क्या रहेगा समय?
साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण फाल्गुन महीने की पूर्णिमा के दिन यानी कि 14 मार्च 2025 को लगेगा जो कि प्रतिपदा तिथि तक चलेगा। इस ग्रहण का आरंभ सुबह 10 बजकर 41 मिनट पर होगा और इसका अंत दोपहर 02 बजकर 18 मिनट पर हो जाएगा। हालांकि, इस चंद्र ग्रहण को विभिन्न देशों और क्षेत्रों में देखा जा सकेगा जिनके नाम इस प्रकार हैं: अधिकांश ऑस्ट्रेलिया, अधिकांश यूरोप, अफ्रीका का अधिकांश हिस्सा, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक महासागर, पूर्वी एशिया और अंटार्कटिका आदि। बता दें कि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए सूतक काल भी नहीं माना जाएगा।
चंद्र ग्रहण 2025: विश्व पर प्रभाव
साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण निश्चित रूप से मानव जीवन के साथ-साथ देश-दुनिया को गहराई से प्रभावित करेगा। यहाँ हम आपको चंद्र ग्रहण 2025 के कुछ ऐसे प्रभावों के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि आपको ग्रहण देखने के बाद या पहले महसूस हो सकते हैं।
- यह चंद्र ग्रहण फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि पर लगने जा रहा है।
- हमारे देश को पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी भाग में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन इनसे बाहर आने के लिए सरकार को समझदारी से काम लेना होगा।
- पश्चिमी देशों के साथ भारत का ट्रेड व्यापार नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकता है और इसका असर संबंधों पर भी पड़ सकता है।
- यह चंद्र ग्रहण फाल्गुन महीने में लगने जा रहा है इसलिए इस दौरान संसार में प्राकृतिक आपदाएं देखने को मिल सकती हैं। साथ ही, ग्रहों की स्थिति के कारण विश्व में सीमाओं पर तनाव में वृद्धि हो सकती है।
- दुनिया भर में चंद्र ग्रहण की अवधि में आत्महत्या की संख्या में या फिर इमोशनल हर्रेसमेंट के मामलों में बढ़ोतरी होने की आशंका है। ऐसे में, परिवार के साथ और उन लोगों के साथ समय बिताना उत्तम रहेगा जिन पर आप भरोसा करते हैं।
- जो जातक एकाउंट्स, फाइनेंस, व्यापार, दवा आदि से जुड़े क्षेत्रों में काम करते हैं, उन्हें इस अवधि में उतार-चढ़ावों से दो-चार होना पड़ सकता है।
- हमारे देश के पंजाब, गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों में पानी से जुड़ीं समस्याएं जन्म ले सकती हैं क्योंकि इस महीने में पानी की कमी रह सकती है।
- डॉक्टर, हीलर्स और व्यापार से संबंध रखने वाले जातकों के काम की रफ़्तार कुछ सुस्त पड़ सकती है। हालांकि, यह थोड़े समय के लिए ही होगी और जल्द ही मंदी का यह दौर ख़त्म हो जाएगा।
- चंद्र ग्रहण की अवधि में बड़े एक्सीडेंट, जंगल में आग और पानी से जुड़ी अन्य बुरी घटनाओं की ख़बर सुनने को मिल सकती है जो दुनिया का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर सकती है।
- ग्रहण के खत्म होने के बाद कुछ समय तक इसका नकारात्मक असर बना रह सकता है।
चंद्र ग्रहण 2025: इन राशियों को रहना होगा सावधान
मेष राशि
चंद्र ग्रहण 2025 कन्या राशि में उत्तराफालुनी नक्षत्र में लगने जा रहा है। इसके फलस्वरूप, मेष राशि के तहत जन्म लेने वाले जातकों को यह ग्रहण सबसे ज्यादा नकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा। इस दौरान इन लोगों को सिरदर्द, माइग्रेन, उल्टी, मूड स्विंग और डिप्रेशन जैसी स्वास्थ्य समस्या परेशान कर सकती है। आपके घर-परिवार का माहौल भी थोड़ा ख़राब रहने का अनुमान है।
इस दौरान माता के साथ आपका मतभेद या विवाद होने की आशंका है। वहीं, मेष राशि के छात्रों को ग्रहण के पहले, ग्रहण के दौरान और ग्रहण के बाद मन लगाकर पढ़ाई करने में कठिनाई का अनुभव हो सकता है इसलिए आपके लिए ध्यान करना फायदेमंद साबित होगा। अगर आपकी जन्म कुंडली में चंद्रमा कमज़ोर हैं, तो आपकी प्रतियोगी परीक्षाएं अच्छी न जाने की आशंका है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों की कुंडली में चंद्र ग्रहण 2025 का प्रभाव आपके चौथे भाव को प्रभावित करेगा और इस भाव का संबंध लक्ज़री, सुख-सुविधाओं और माता से है। ऐसे में, इन लोगों को अपनी माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा और उनको लेकर सतर्कता बरतनी होगी। इस अवधि में उन्हें डायबिटीज, फेफड़ों से जुड़े रोग, एलर्जी और सर्दी जैसे रोग घेर सकते हैं। इसके साथ ही आपको घर पर रहते हुए अपने व्यवहार और शब्दों पर कड़ी नज़र रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस वजह से आपके घर-परिवार का माहौल बिगड़ सकता है।
ऐसे में, आपको परिवार में शांति बनाए रखनी होगी। वहीं, मिथुन राशि के नौकरीपेशा जातकों को वरिष्ठों और सहकर्मियों के साथ सोच-समझकर बात करनी होगी। इस ग्रहण का असर आपके पेशेवर जीवन के भाव यानी कि दसवें भाव पर भी पड़ेगा इसलिए आपको बॉस और सहकर्मियों के साथ बात करते समय बहुत सतर्कता बरतनी होगी क्योंकि आपके पेशेवर जीवन का भाव यानी कि दसवें भाव पर होगा।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों की कुंडली में चंद्र देव आपके ग्यारहवें भाव के अधिपति देव हैं जो कि आपके लग्न भाव/पहले भाव में केतु के साथ युति का निर्माण कर रहे हैं। इसके फलस्वरूप, अगर आपकी कुंडली में चंद्र देव किसी ग्रह के अशुभ प्रभाव में हैं, तो इस अवधि में आपका आत्मविश्वास कम रह सकता है। चंद्र ग्रह के समय आप काफ़ी हद तक दूसरों को नियंत्रित करना चाहेंगे या फिर आपके वचन काफ़ी रूखे हो सकते हैं और यह बात दूसरों को पसंद नहीं आने की संभावना है जिसके चलते परिवार, सामाजिक जीवन और सहकर्मियों के साथ आपकी बहस हो सकती है। व्यक्तिगत प्रगति और नए आइडिया के मार्ग में भी समस्याएं पैदा हो सकती हैं, लेकिन यह समय आपको दूरदर्शी बनाने का काम कर सकता है।
वृश्चिक राशि
चंद्र ग्रहण 2025 के दौरान वृश्चिक राशि के जातको को कर्ज़, रोग, चोरी या शत्रुओं से अज्ञात षड्यंत्रों जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा कहा जा सकता है कि चंद्र देव के आपके नौवें भाव के स्वामी होने की वजह से इन लोगों को भाग्य का साथ न मिलने की आशंका हैं। साथ ही, आपके सामने आर्थिक तंगी और कर्ज़ जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है। वृश्चिक राशि वालों को कार्यक्षेत्र पर प्रतिद्वंदियों या सहकर्मियों की तरफ से परेशनी का अनुभव हो सकता है। इसके अलावा, आपके पिता या मेंटर/टीचर के साथ मतभेद हो सकते हैं इसलिए आपको धैर्य रखना होगा।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए चंद्र ग्रह आपके छठे भाव के स्वामी हैं और यह आपके आठवें भाव में केतु के साथ विराजमान हैं। ऐसे में, केतु और चंद्र की युति का प्रभाव आपके आठवें भाव पर रहने से आप जीवन में सुख-सुविधाओं को तवज्जों देने वाले व्यक्ति होंगे, लेकिन इस समय आप निराश नज़र आ सकते हैं।
चंद्र ग्रहण के दौरान आप कभी कड़ी मेहनत करते हुए दिखाई देंगे और कभी अपने कामों को लेकर लापरवाह हो सकते हैं जिस वजह से आपका ध्यान अपने लक्ष्य से भटक सकता है। इस अवधि में आपको अपने भाई-बहनों के साथ संबंधों में उतार-चढ़ाव से जूझना पड़ सकता है। दूसरी तरफ, आप खुद के फैसलों पर सवाल करते हुए नज़र आ सकते हैं जिसकी वजह साहस की कमी हो सकती है। इसके अलावा, धन से जुड़ी समस्याएं आपकी परेशानी बढ़ाने का काम कर सकती हैं।
चंद्र ग्रहण 2025 के दौरान करें ये उपाय
धार्मिक अनुष्ठान: जीवन में शांति और सकारात्मकता बनाए रखने के लिए ध्यान, पूजा या मंत्र जाप आदि करें।
दान: जातक अपने सामर्थ्य के अनुसार दूध, सफ़ेद रंग की वस्तुएं या फिर चेरिटेबल संस्थाओं को धन का दान करें।
मछली को खाना: प्रेम, सौहार्द और मानसिक स्पष्टता के लिए मछलियों को खाना खिलाएं।
जल चढ़ाएं: ग्रहण से पहले चंद्र देव या शिवलिंग को जल अर्पित करें।
स्नान: ग्रहण के शुरू होने से पहले और समाप्त होने के बाद स्नान करें।
मूर्तियों की साफ़-सफ़ाई: भगवान शिव और श्रीहरि विष्णु की प्रतिमा साफ़ करें।
मोती धारण करें: इस अवधि में मोती धारण करने का मन बनाएं या फिर पूजा स्थान पर चंद्र यंत्र स्थापित करें।
भगवान शिव से प्रार्थना करें: देवों के देव महादेव से रोज़ाना प्रार्थना करें जिन्होंने चंद्र देव को श्राप से मुक्ति प्रदान की थी।
नए प्रोजेक्ट शुरू न करें: चंद्र ग्रहण की अवधि में नए प्रोजेक्ट या शुरू कार्यों को शुरू करने से बचना चाहिए।
शांत रहें: इस दौरान शांत रहकर आत्म-चिंतन करें।
स्वच्छता का ध्यान रखें: आपको अपने आसपास साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए और
अस्वस्थ खानपान से परहेज़ करना चाहिए।
पानी पिएं: इन जातकों को अपनी डाइट अच्छी रखनी होगी और गैजेट्स को कम समय देना होगा। आप ज्यादा से ज्यादा आराम करें और ख़ूब पानी पिएं।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
हाँ, पूर्णिमा तिथि पर चंद्र ग्रहण लगता है।
जी हाँ, चंद्र ग्रहण नग्न आंखों से देखा जा सकता है और यह पूरी तरह से सुरक्षित होता है।
नहीं, चंद्र ग्रहण को हर जगह से देखा नहीं जा सकता है क्योंकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि यह किस अक्षांश से दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण को निश्चित समय पर दुनियाभर में नहीं देख सकते हैं।