बुध मीन राशि में अस्त: ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी और तर्क का कारक माना गया है जो राशि चक्र में कन्या और मिथुन राशि के अधिपति देव हैं। कुंडली में बुध देव की मजबूत स्थिति होने पर जातक अपनी बुद्धि का उपयोग सही तरीके और सही दिशा में करने में सक्षम होता है और ऐसे में, वह अपने कार्यों में सफलता हासिल करता है। ग्रहों के युवराज के नाम से विख्यात बुध ग्रह के कुंडली में शुभ होने पर जातक का जीवन सुखमय, शांतिपूर्ण और सुख-सुविधाओं से भरा होता है। इसके विपरीत, बुध ग्रह के कमजोर या पीड़ित होने पर व्यक्ति के निर्णय लेने की क्षमता नकारात्मक रूप से प्रभावित होती है। अब बुध जल्द ही मीन राशि में रहते हुए अस्त होने जा रहे हैं और ऐसे में, इनका प्रभाव मनुष्य जीवन पर नज़र आ सकता है।
om Asttro अपने पाठकों के लिए “बुध मीन राशि में अस्त” का यह ब्लॉग लेकर आया है जिसके अंतर्गत आपको बुध अस्त से जुड़ी जानकारी विस्तारपूर्वक प्राप्त होगी जैसे कि तिथि और समय आदि। बुध अस्त होने का प्रभाव न सिर्फ मनुष्य जीवन को प्रभावित करेगा, बल्कि राशि चक्र की 12 राशियों के साथ-साथ देश और दुनिया पर भी दिखाई देगा। इसके अलावा, बुध की अस्त अवस्था के दौरान शेयर मार्केट में निवेश करना सही रहेगा या नहीं? मीन राशि वालों को कैसे प्रभावित करेगा अस्त बुध? इन सभी सवालों के जवाब आपको बुध मीन राशि में अस्त के इस लेख में मिलेंगे, इसलिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ना जारी रखें।
बुध मीन राशि में अस्त: तिथि और समय
बुद्धि, तर्क, वाणी और व्यापार के कारक ग्रह बुध देव 17 मार्च 2025 की शाम 07 बजकर 31 मिनट पर मीन राशि में अस्त होने जा रहे हैं। मीन राशि में बुध की स्थिति को बहुत ख़ास मानी जाएगी क्योंकि इस राशि में रहते हुए बुध देव एक नहीं अनेक बार अपनी दशा और स्थिति में बदलाव करेंगे। बता दें कि मीन राशि में प्रवेश करने के बाद सबसे पहले बुध ग्रह 15 मार्च 2025 को वक्री होंगे और इसके दो दिन बाद मीन राशि में अस्त हो जाएंगे। सबसे अंत में, गुरु ग्रह की राशि में रहते हुए 31 मार्च को बुध अपनी अस्त अवस्था से बाहर आकर मीन राशि में उदित हो जाएंगे। चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले जान लेते हैं कि आख़िर क्या होती है अस्त अवस्था?
क्या होता है ज्योतिष में ग्रह का अस्त होना?
ज्योतिष की मानें तो, किसी ग्रह का अस्त होना एक ऐसी अवस्था होती है जो उस समय घटित होती है जब कोई ग्रह सूर्य के बहुत निकट चला जाता है। बता दें कि हर ग्रह अपनी अस्त अवस्था के दौरान शक्तिहीन हो जाता है अर्थात अपनी शक्तियां खो देता है। ग्रह अस्त के दौरान जातकों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, उदाहरण के तौर पर, शनि के अस्त होने पर जातक को करियर, काम का दबाव, करियर में संतुष्टि की कमी और प्रशंसा न मिलने आदि समस्याओं से जातक परेशान रहता है। इस प्रकार, बुध की अस्त अवस्था में जातकों को बुद्धि, वाणी और संचार से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
मीन राशि में सूर्य-बुध और शुक्र की युति
वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति देव को मीन राशि पर स्वामित्व प्राप्त है और मार्च के महीने में इस राशि में एक साथ कई ग्रह मौजूद होंगे। ऐसे में, कई युतियों और शुभ योगों का निर्माण होगा जिसका प्रभाव प्रत्येक व्यक्ति पर दिखाई देगा।
- जिस समय बुध मीन राशि में प्रवेश करेंगे, उस समय वहां शुक्र ग्रह पहले से मौजूद होंगे। ऐसे में, बुध और शुक्र दोनों युति का निर्माण करेंगे। इन दोनों ग्रहों के एक साथ होने से लक्ष्मी नारायण योग बनेगा।
- इसके बाद, मीन राशि में सूर्य देव 14 मार्च 2025 को गोचर कर जाएंगे और ऐसे में, बुध, सूर्य और शुक्र इन तीनों ग्रहों की युति बनेगी जिससे मीन राशि में त्रिग्रही योग निर्मित होगा। साथ ही, बुध और सूर्य के साथ होने से बुधादित्य योग भी बनने जा रहा है।
- इन तीनों ग्रहों के बाद मार्च 2025 के अंत में साल का सबसे बड़ा गोचर होगा। सरल शब्दों में कहें तो, शनि देव 2023 के बाद अपनी राशि में बदलाव करते हुए 29 मार्च 2025 को मीन राशि में गोचर कर जाएंगे। इसके फलस्वरूप, शनि और बुध की युति होगी और साथ में, इन चारों ग्रहों के मौजूद होने से चतुर्ग्रही योग भी बनेगा।
नोट: मीन राशि में रहते हुए शुक्र वक्री, बुध अस्त एवं वक्री और शनि अस्त अवस्था में ही मीन राशि में गोचर करेंगे। ऐसे में, इन सभी शुभ योगों का प्रभाव कमज़ोर रह सकता है।
चलिए अब आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं बुध ग्रह से बनने वाले अशुभ योगों के बारे में।
कुंडली में बुध देव से बनने वाले योग
हम सभी इस बात को भली-भांति जानते हैं कि ज्योतिष में ग्रहों की युति अनेक प्रकार के शुभ-अशुभ योगों का निर्माण करती हैं। जहाँ शुभ योग जातक के जीवन को सुख-सुविधाओं का आशीर्वाद देते हैं, तो वहीं अशुभ योग व्यक्ति के जीवन को समस्याओं से भर देते हैं। इसी क्रम में, हम आपको बुध से बनने वाले अशुभ योगों के बारे में नीचे बताने जा रहे हैं जो कि इस प्रकार हैं:
जड़त्व योग:
ज्योतिष में जड़त्व योग को एक अशुभ योग माना जाता है जिसका निर्माण संचार के कारक बुध और छाया ग्रह राहु की युति से होता है। कुंडली में जब बुध महाराज और राहु देव एक साथ एक राशि या भाव में विराजमान होते हैं, तब जिस योग का निर्माण होता है उसे जड़त्व योग के नाम से जाना जाता है जो कि अशुभ योग होता है। जिन जातकों की कुंडली में जड़त्व योग बनता है, उन्हें अपने जीवन में धन हानि, अचानक से हानि होना, चिंता और मानसिक रोगों जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है।
जड़त्व योग दूर करने के उपाय
अगर आप कुंडली में निर्मित जड़त्व योग के नकारात्मक प्रभाव झेल रहे हैं, तो आप नीचे दिए गए उपाय अपना सकते हैं।
- संभव हो, तो चतुर्थी तिथि पर उपवास रखें और भगवान श्रीगणेश की पूजा-अर्चना करें। साथ ही, उन्हें दूर्वा (घास) और लड्डू अर्पित करें।
- ज्ञान और विद्या की देवी माता सरस्वती की आराधना करने से जातक को जड़त्व योग के नकारात्मक प्रभाव से राहत मिलती है।
- प्रतिदिन पढ़ाई शुरू करने से पहले थोड़ी देर ध्यान करें।
- आप अपनी छोटी बहन को प्रसन्न रखें क्योंकि ऐसा करने से बुध प्रसन्न होते हैं।
कुंडली में बुध को शांत करने के लिए करें ये उपाय
- कमज़ोर बुध से पीड़ित जातक को सदैव व्यापार में ईमानदार रहना चाहिए और किसी के भी साथ छल, कपट और धोखा करने से बचना चाहिए।
- बुधवार के दिन जरूरतमंदों या गरीबों को साबुत मूंग, हरी घास, हाथी के दांत से बनी हुई वस्तुएं, पालक आदि का दान करें।
- बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए आप चार मुखी या दस मुखी रुद्राक्ष भी पहन सकते हैं। लेकिन, ऐसा करने से पहले आपको किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लेने का परामर्श दिया जाता है।
- जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करें।
- बुधवार के दिन उपवास करें और विष्णु सहस्त्रनाम स्त्रोत का पाठ करें।
- दैनिक जीवन में हरे रंग के वस्त्र ज्यादा से ज्यादा धारण करें।
- बुध ग्रह को मज़बूत करने के लिए आप किसी विशेषज्ञ ज्योतिषियों से सलाह लेकर पन्ना रत्न धारण कर सकते हैं।
बुध मीन राशि में अस्त: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके बारहवें भाव में अस्त हो रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, बुध मीन राशि में अस्त होने से आपको कार्यों में किए जा रहे प्रयासों में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, फिर चाहे आप जितनी भी मेहनत कर लें। आपको खुद पर ध्यान देने की जरूरत होगी।
करियर के क्षेत्र में आपको नौकरी के संबंध में अनचाही यात्राएं करनी पड़ सकती हैं और आपको ऐसी अप्रत्याशित घटनाएं पसंद न आने की संभावना है।
बुध के अस्त होने से व्यापार करने वाले जातकों को बिज़नेस में हानि उठानी पड़ सकती है जिसकी वजह योजना की कमी हो सकती है। ऐसे में, आपको योजना बनाकर चलने की सलाह दी जाती है।
आर्थिक जीवन को देखें तो, मेष राशि के जातक इस अवधि में दूसरों को धन उधार दे सकते हैं जिसके चलते आपको धन हानि झेलनी पड़ सकती है।
प्रेम जीवन की बात करें तो, पार्टनर के साथ आपको बात करते समय धैर्य बनाए रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि आप दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस या विवाद होने की आशंका है।
बुध अस्त की अवधि में आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा क्योंकि कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता की वजह से आपको पैरों में तेज़ दर्द की शिकायत रह सकती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ नमो नारायण” का 41 बार जाप करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए बुध महाराज आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके ग्यारहवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, बुध अस्त के दौरान आपको नए दोस्त बनाने के अवसर मिलेंगे और साथ ही, आपके व्यक्तिगत जीवन में ख़ुशियां बनी रहेंगी। ऐसे में, आप अपने शानदार संचार कौशल से दूसरों को प्रसन्न कर सकेंगे।
करियर की बात करें तो, बुध मीन राशि में अस्त की अवधि में आप अपनी इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम होंगे। इन लोगों को नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे जिसके चलते आप प्रसन्न दिखाई देगा।
इस अवधि को व्यापारी वर्ग के लिए अनुकूल कहा जाएगा और इसके परिणामस्वरूप, इन लोगों को बिज़नेस में मान-सम्मान और लाभ कमाने के अवसर मिलेंगे। साथ ही, आपको हर कदम पर अपने बिज़नेस पार्टनर का साथ मिलेगा।
बात करें आर्थिक जीवन की तो, बुध के अस्त होने के दौरान आपको अपार मात्रा में धन कमाने के अवसर मिलेंगे और ऐसे में, आप धन की बचत कर सकेंगे।
प्रेम जीवन में आप जीवनसाथी के साथ समय का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे और एक-दूसरे के साथ कुछ यादगार लम्हें बिताएंगे।
वृषभ राशि वालों का स्वास्थ्य इस दौरान अच्छा रहेगा क्योंकि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफ़ी मज़बूत रहेगी। साथ ही, आपको स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं परेशान नहीं करेंगी।
उपाय: गुरुवार के दिन गुरु ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके लग्न/पहले भाव और चौथे भाव के स्वामी हैं। वर्तमान समय में अब यह आपके दसवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं।
ऐसे में, बुध मीन राशि में अस्त के दौरान आप काम में अपना मान-सम्मान खो सकते हैं और साथ ही, आपको रोज़मर्रा के जीवन में समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है।
बात करें करियर की तो, यह जातक अपनी नौकरी में बदलाव करने के बारे में सोच-विचार कर सकते हैं और इस दौरान आपको ज्यादा उम्मीद रखने से बचने की सलाह दी जाती है। संभव है कि यह लोग नौकरी में अपने काम से संतुष्ट दिखाई न दें और संतुष्टि आपके लिए सबसे जरूरी होगी।
व्यापार की दृष्टि से, इन लोगों को बुध की अस्त अवस्था के दौरान किसी नए व्यापार में प्रवेश के साथ-साथ नई डील करने से बचना होगा क्योंकि आपको हानि उठानी पड़ सकती है।
आर्थिक जीवन में इस दौरान आप पर्याप्त मात्रा में धन कमाने में नाकाम रह सकते हैं और ऐसे में, आप धन की बचत भी नहीं कर सकेंगे जिसके चलते आप निराश दिखाई दे सकते हैं। बुध की इस स्थिति के दौरान परिस्थितियां आपकी उम्मीद के विपरीत जा सकती हैं।
प्रेम जीवन में पार्टनर के साथ आपको बात करते समय धैर्य बनाए रखना होगा, अन्यथा आप साथी के साथ बेकार के विवाद और मतभेदों में पड़ सकते हैं।
स्वास्थ्य को देखें तो, इन जातकों को बुध अस्त के दौरान पानी से जुड़ी एलर्जी हो सकती है जिसकी वजह से आपकी इम्युनिटी कमज़ोर पड़ सकती है।
उपाय: प्रतिदिन नारायणीयम का जाप करें।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों की कुंडली मेंबुध ग्रह को तीसरे और बारहवें भाव का स्वामित्व प्राप्त है जो अब आपके नौवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं।
बुध मीन राशि में अस्त के दौरान आपका स्थान परिवर्तन हो सकता है और संभव है कि यह आपको ज्यादा पसंद नहीं आएगा जिसके चलते आप असंतुष्ट नज़र आ सकते हैं।
जब बात आती है करियर की, तो इस दौरान नौकरी में आपको भाग्य का साथ न मिलने का अनुमान है। इसके फलस्वरूप, आप अपने काम से ज्यादा संतुष्ट नहीं दिखाई दे सकते हैं।\
व्यापार करने वाले कर्क राशि के जातकों को प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, इस अवधि में आप अच्छा ख़ासा लाभ कमा सकते हैं।
आर्थिक जीवन के लिए बुध अस्त को ज्यादा ख़ास नहीं कहा जा सकता है क्योंकि यह दौर आपके लिए कठिन रह सकता है जिसके चलते आप पर्याप्त मात्रा में पैसे कमाने में सक्षम नहीं होंगे।
प्रेम जीवन को देखें तो, आपके और पार्टनर के बीच अहंकार से जुड़ी समस्याएं जन्म ले सकती हैं और ऐसे में, आपके रिश्ते से ख़ुशियां नदारद रह सकती हैं।
बात करें स्वास्थ्य की तो, कर्क राशि वालों को अपने पिता के स्वास्थ्य पर काफ़ी धन ख़र्च करना पड़ सकता है जो आपको परेशान कर सकता है।
उपाय: प्रतिदिन सौंदर्य लहरी का पाठ करें।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। वर्तमान समय में अब यह आपके आठवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं।
बुध मीन राशि में अस्त होने के कारण इन जातकों को निजी जीवन में कठिनाई का अनुभव हो सकता है। साथ ही, आपको अचानक से धन हानि भी होने की संभावना है जिस वजह से आप हताश नज़र आ सकते हैं।
करियर को देखें तो, इस राशि के जातकों को नौकरी में स्थान परिवर्तन करने के लिए मज़बूर होना पड़ सकता है जो आपको ज्यादा पसंद न आने की आशंका है। ऐसे में, आपकी चिंता बढ़ सकती है।
व्यापार की बात करें तो, बुध अस्त के दौरान आपको बिज़नेस से जुड़ा कोई भी बड़ा फैसला लेने से बचना होगा। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
आर्थिक जीवन में सिंह राशि के जातक जितना भी धन कमाएंगे, उससे ज्यादा बचत नहीं कर पाएंगे। साथ ही, इस अवधि में आप औसत रूप से पैसा कमा सकेंगे।
निजी जीवन में आप अपना धैर्य खो सकते हैं जिससे आपको बनाए रखने की अत्यंत आवश्यकता होगी। अगर आप ऐसा कर सकेंगे, तो आपका रिश्ता मधुर बना रहेगा।
बुध की अस्त अवस्था के दौरान आपको आँखों की जाँच करवाने की सलाह दी जाती है क्योंकि आपको आंखों में दर्द की शिकायत रह सकती है। हालांकि, इसकी वजह आपकी कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता हो सकती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ भास्कराय नमः” का 21 बार जाप करें।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिएबुध ग्रह आपके पहले/लग्न और दसवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके सातवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं।
इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को बुध की अस्त अवस्था के दौरान की जाने वाली यात्राओं में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। संभव है कि इस समय आपको अपने दोस्तों का भी साथ न मिलें जिसके चलते आप परेशान नज़र आ सकते हैं।
करियर की बात करें तो, कार्यक्षेत्र में आपको वरिष्ठों के साथ संबंधों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है और ऐसे में, आप काम में अच्छा प्रदर्शन करने में पीछे रह सकते है।
व्यापार को देखें तो, इस अवधि में आप बिज़नेस से जुड़े कुछ फैसले ले सकते हैं, लेकिन आप अपनी अपेक्षा के अनुसार लाभ कमाने में नाकाम रह सकते हैं।
आर्थिक जीवन में आपको बुध मीन राशि में अस्त के दौरान धन की जरूरत पड़ सकती है, लेकिन आप ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने में असफल रह सकते हैं।
प्रेम जीवन में कन्या राशि के जातकों को इस समय अपने पार्टनर के साथ रिश्ते में आपसी तालमेल बिठाने की आवश्यकता होगी क्योंकि ऐसा करने से आप प्रसन्न रह सकेंगे।
बुध की अस्त अवस्था में आपका स्वास्थ्य औसत बना रहेगा और साथ ही, इन लोगों को अपने जीवनसाथी की सेहत पर धन खर्च करना पड़ सकता है।
उपाय: प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए बुध देव आपके बारहवें और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके छठे भाव में अस्त होने जा रहे हैं।
बुध मीन राशि में अस्त की अवधि में आपको भाग्य का साथ न मिलने की आशंका है। साथ ही, आपको अपने पिता के स्वास्थ्य पर पैसा खर्च करना पड़ सकता है।
बात करें करियर की तो, आप इस दौरान करियर को लेकर कुछ अनचाही यात्राएं करने के लिए मज़बूर हो सकते हैं जो कि आपले लिए परेशानी का सबब बन सकती हैं। इसके अलावा, इन लोगों को अपने कार्यों की योजना बनाकर चलना होगा।
व्यापार को देखें तो, तुला राशि के व्यापार करने वाले जातकों को बिज़नेस में प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। इस वजह से आप अच्छा ख़ासा लाभ कमाने के अवसर खो सकते हैं।
जब बात आती है आर्थिक जीवन की, तो बुध अस्त होने से इन जातकों की जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं जिसकी वजह से आपके सामने ऐसी परिस्थिति आ सकती है जहाँ आपको लोन लेने की नौबत आ सकती है।
प्रेम जीवन की बात करें तो, इस समय आपके रिश्ते से ख़ुशियां गायब रह सकती हैं जिसका कारण पार्टनर के साथ बेकार के विवाद या मतभेद का होना हो सकता है।
स्वास्थ्य को दृष्टि से, इन लोगों पर बुध की अस्त अवस्था कर्ज़ बढ़ाने का काम कर सकती है और इसकी वजह आपके पिता के स्वास्थ्य पर काफ़ी धन ख़र्च होना हो सकता है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ श्रीं लक्ष्मीभयो नमः” का 21 बार जाप करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में बुध महाराज आपके ग्यारहवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। वर्तमान में अब यह आपके पांचवें भाव में अस्त हो रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, यह जातक जो भी कार्य करेंगे, उसमें आपको समस्याओं और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, आप अपने लक्ष्यों को पाने से चूक सकते हैं।
करियर को देखें तो, बुध मीन राशि में अस्त के दौरान करियर में आपका प्रदर्शन चाहे कितना भी अच्छा क्यों न हो, लेकिन आपको वरिष्ठों से सराहना न मिलने की संभावना है। ऐसे में, आप तनाव में दिखाई दे सकते हैं।
अगर आपका खुद का व्यापार है, तो इस समय आपको औसत लाभ की प्राप्ति होगी। हालांकि, आप शेयर बाजार के माध्यम से पर्याप्त लाभ कमाने में सक्षम होंगे।
आर्थिक जीवन में आपके सामने एक के बाद एक खर्चे आ सकते हैं जिसकी वजह धन प्रबंधन की योजना न बनाकर चलना हो सकता है।
प्रेम जीवन में बुध अस्त के दौरान आपका रवैया साथी के प्रति मूडी रह सकता है और इसके परिणामस्वरूप, आपके रिश्ते से मिठास कम हो सकती है।
स्वास्थ्य की बात करें तो, वृश्चिक राशि वालों को अपनी संतान की सेहत पर धन ख़र्च करना पड़ सकता है जिसकी वजह कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता हो सकती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ भौमाय नमः” का 27 बार जाप करें।
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए बुध आपके सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके चौथे भाव में अस्त हो रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, इन जातकों के मन में भविष्य को लेकर कई सवाल जन्म ले सकते हैं और इस बारे में आप सोच-विचार करते हुए दिखाई दे सकते हैं। इस वजह से आप दुखी रह सकते हैं।
करियर की बात करें तो, बुध अस्त के दौरान आप पर नौकरी में काम का बोझ बढ़ सकता है और ऐसे में, आपसे काम में गलतियां हो सकती हैं।
जिन लोगों का खुद का व्यापार है, वह इस समय बिज़नेस को सही तरीके से चलाने को लेकर तनाव में आ सकते हैं। साथ ही, आपको नए व्यापार में प्रवेश करने के अवसर मिल सकते हैं।
आर्थिक जीवन में आपके पास धन औसत रूप से आएगा और जितना भी आप पैसा कमाएंगे, उसकी बचत नहीं कर पाएंगे।
प्रेम जीवन की बात करें तो, धनु राशि वालों को रिश्ते में प्रेम की कमी महसूस हो सकती है जिसकी वजह घर-परिवार में चलने वाली समस्याएं हो सकती हैं।
बुध मीन राशि में अस्त के दौरान आपके जीवनसाथी और माता की सेहत में गिरावट आ सकती है इसलिए आपको उनका ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।
उपाय: शनिवार के दिन राहु ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए बुध महाराज आपके छठे भाव और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके तीसरे भाव में अस्त होने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, आपके द्वारा कार्यों में किए जा रहे प्रयासों में समस्याएं बनी रह सकती हैं। वहीं, इन लोगों को ट्रेडिंग के माध्यम से लाभ प्राप्त हो सकता है।\
आप नौकरी में किए गए कामों से संतुष्टि पाने में असफल रह सकते हैं जो आपकी चिंता का विषय बन सकते हैं।
बुध अस्त के दौरान आपको व्यापार से औसत लाभ की प्राप्ति होगी और इस समय आपको किसी भी तरह का बड़ा निवेश करने से बचना होगा, अन्यथा आपको नुकसान हो सकता है।
आर्थिक जीवन में आप लाभ कमाने में सक्षम होंगे, लेकिन संभव है कि आप जितना भी धन कमाएंगे उससे अपनी जरूरतों को पूरा नहीं कर पाएंगे।
प्रेम जीवन को देखें तो, बुध अस्त के दौरान आप साथी के सामने अपनी भावनाओं का इज़हार कर सकेंगे। ऐसे में, आप पार्टनर के साथ ख़ुश दिखाई दे सकते हैं।
स्वास्थ्य की बात करें तो, इन लोगों में साहस की कमी रह सकती है और ऐसे में, आपको सूखी खांसी जैसी छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ बुधाय नमः” का 41 बार जाप करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों की कुंडली में बुध ग्रह आपके पांचवें और आठवें भाव के अधिपति देव हैं जो अब आपके दूसरे भाव में अस्त होने जा रहे हैं।
बुध मीन राशि में अस्त के दौरान आपके पास पर्याप्त मात्रा में धन आएगा जिसको संभालने में आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, इन जातकों को जीवन के कुछ क्षेत्रों में गिरावट का सामना करना पड़ सकता है।
करियर के क्षेत्र में इस राशि के जातक बेहतर संभावनाओं को देखते हुए नौकरी में बदलाव करने का मन बना सकते हैं क्योंकि संभव है कि मौजूदा नौकरी से आप संतुष्ट न हो।
इस राशि के जिन जातकों का खुद का व्यापार है, वह बुध अस्त की अवधि में अच्छा ख़ासा मुनाफा कमाने में पीछे रह सकते हैं। साथ ही, आपके प्रतिद्वंदी आपको कड़ी टक्कर दे सकते हैं।
आर्थिक जीवन में आप पर्याप्त धन कमाने में पीछे रह सकते हैं और अगर आप धन कमा भी लेंगे, तब भी इसकी बचत नहीं कर पाएंगे।
प्रेम जीवन में आपके और पार्टनर के बीच विश्वास की कमी की वजह से आपका रिश्ता टूटने की कगार पर पहुंच सकता है।
स्वास्थ्य को देखें तो, इस अवधि में आप थोड़े परेशान नज़र आ सकते हैं जिसका कारण आंखों में इन्फेक्शन और दांतों का दर्द हो सकता है इसलिए अपना ख्याल रखें।
उपाय: शनिवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करें।
मीन राशि
मीन राशिके जातकों के लिए बुध ग्रह आपके चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके पहले/लग्न भाव में अस्त हो रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, बुध अस्त की अवधि में आपकी सुख-सुविधाओं में कमी आ सकती है और आपको प्रेम संबंधों में भी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। साथ ही, इन लोगों के स्थान परिवर्तन के भी योग बनेंगे।
करियर की बात करें तो, इस समय आप अपने कार्यों को पूरा करने में पीछे रह सकते हैं और ऐसे में, आप परेशान रह सकते हैं।
व्यापार को देखें तो, मीन राशि के व्यापार करने वाले जातकों को बिज़नेस में औसत रूप से लाभ की प्राप्ति होगी। साथ ही, आपके प्रतिद्वंदी व्यवसाय में आपको भारी टक्कर दे सकते हैं।
आर्थिक जीवन में बुध मीन राशि में अस्त होने से आपको काफ़ी धन घर-परिवार पर ख़र्च करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको धन से जुड़े मामलों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है।
जब बात आती है प्रेम जीवन की, तो घर में चल रही समस्याओं की वजह से पार्टनर और आपके बीच विवाद जन्म ले सकते हैं। इनसे बचने के लिए आपको साथी के साथ आपसी तालमेल बिठाना होगा।
स्वास्थ्य के मामले में, मीन राशि के जातकों के लिए संतान की सेहत चिंता का विषय बन सकती है। ऐसे में, आपको बच्चों पर काफ़ी पैसा ख़र्च करना पड़ सकता है।
उपाय: मंगलवार के दिन भगवान नरसिंह की पूजा करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. बुध अस्त क्या होता है?
जब बुध सूर्य के निकट चले जाते हैं, तो वह अपनी शक्तियां खो देते हैं और इसे ही अस्त होना कहते हैं।
2. बुध अस्त होकर करियर को कैसे प्रभावित करेगा?
जातकों को करियर में समस्याओं और बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।
3. बुध की अस्त अवस्था के दौरान किन उपायों को करें?
बुध मंत्रों का जाप करें और अपने सामर्थ्य के अनुसार दान करें।